- जिलाधिकारी कार्यालय में मंडलायुक्त सेल्वा कुमार जे ने बैठक में दिए दिशा निर्देश,
- गाड़ी बाहर रूकवाने पर भड़के विपक्षी दलों के नेता।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। निर्वाचन आयोग के आगामी कार्यक्रमों को लेकर मंडलायुक्त सेल्वा कुमार जे ने जिलाधिकारी कार्यालय में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। जिसमें उन्होंने आगामी कार्यक्रमों की जानकारी दी।
मंडलायुक्त ने बताया कि 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने हैं। इसके लिए निर्वाचन आयोग ने तैयारी करने को कहा है। जिसके लिए मतदाता सूची का पुर्ननिर्धारण होना है। ऐसे में सभी राजनीतिक दल समय से मतदाता सूची का अवलोकन करते हुए उसे लेकर जो भी आपत्तियां हैं, उन्हें दर्ज करा दें। इसके साथ ही मतदान केंद्र और बूथ भी जो पूर्व से तय हैं,यदि वहां कोई वैधानिक दिक्कत है, तो उसे भी दर्ज करा दें।
इस दौरान राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी अपने सुझाव दिए। जिसमें कहा कि मतदान केंद्रों और बूथों का संभाजन बहुत ही अव्यवहारिक रूप से हुआ है। जिसे सुधारा जाए।
बैठक में विधायक रफीक अंसारी, गुलाम मोहम्मद, भाजपा के महानगर उपाध्यक्ष विवेक रस्तोगी, सपा जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी, महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष अवनीश काजला, आम आदमी पार्टी जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी, कांग्रेस नेता दीपक शर्मा, अहतेशाम इलाही, सलीम खान समेत अन्य दलों के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि शामिल हुए।
गाड़ी बाहर रूकवाने पर भड़के विपक्षी दलों के नेता: कलक्ट्रेट सभागार में निर्वाचन को लेकर आयोजित बैठक में भाग लेने जा रहे विभिन्न दलों के नेताओं की गाड़ियां बाहर ही रुकवाने और बैठक कर निर्वाचन आयोग के चलने वाले अभियान को लेकर औपचारिकता पूरी किए जाने का सपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने विरोध किया। विपक्षी दलों के नेताओं ने बैठक में भाग नहीं लेने के ऐलान के बाद प्रशासनिक अफसरों ने समझाया। बाद में सीडीओ नुपुर गोयल के आश्वासन के बाद विपक्षी नेता माने।
बैठक में भाग लेने जा रहे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी नेताओं की गाड़ियों को कलक्ट्रेट के बाहर ही रूकवा दिया था।
इसका सपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी नेताओं ने विरोध किया। साथ ही बैठक के बहिष्कार का ऐलान कर दिया और विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान एडीएम व अन्य अफसरों ने हंगामा कर रहे विभिन्न दलों के नेताओं को समझाया। बाद में सीडीओ नुपूर गोयल के आश्वासन के बाद सपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता माने और बैठक में शामिल हुए। सपा जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी ने कहा कि, निर्वाचन के नाम पर बैठक कर औपचारिकता न की जाए। जब मतदाताओं के मताधिकार का प्रयोग करने का नंबर आता है तो उन्हें रोका न जाए, बल्कि मताधिकार का प्रयोग कराया जाए।