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मेरठ: वोल्गा रिसोर्ट की सील खुली, लेकिन नई बुकिंग पर रोक

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मेरठ: वोल्गा रिसोर्ट की सील खुली, लेकिन नई बुकिंग पर रोक
  • शादियों की बुकिंग के चलते दी एक महीने की मोहलत,
  • लाइव किचन और दुबई मॉल पर सील नहीं खुली।

शारदा रिपोर्टर मेरठ। वोल्गा रिसोर्ट में लगी हुई सील को फिलहाल खोल दिया गया है। वोल्गा रिसोर्ट को रक्षा संपदा विभाग ने लीज अपडेट कराने के लिए एक महीने की मोहलत दी है। सील खोलने का मुख्य कारण रिसोर्ट में हुई शादियों की बुकिंग है।

रक्षा संपदा विभाग ने इस शर्त पर वोल्गा रिसोर्ट को एक महीने में लीज संबंधित कार्रवाई पूरी करने का आदेश दिया है कि उसके यहां सायों में शादियों की बुकिंग हो चुकी है। अचानक से रिसोर्ट पर सील लगने के कारण लोगों के समारोहों में विघ्न पड़ेगा, इसलिए जनता के हित को ध्यान में रखते हुए यह मोहलत दी गई है। बता दें कि सोमवार के दिन रक्षा संपदा विभाग की टीम ने अल सुबह पहुंचकर ही मेरठ कैंट में बने वोल्गा रिसोर्ट, दुबई मॉल और लाइव किचन को सील कर दिया था।

मेरठ के कैंट क्षेत्र के वोल्गा रिसोर्ट, लाइव किचन और दुबई स्टोर पर संपदा अधिकारी ने सोमवार सुबह पांच बजे सील लगा दी थी। जबकि उसी दिन वोल्गा रिसोर्ट में शादी का कार्यक्रम था। वहां हलवाई बैठे थे।

दुबई और लाइव किचन में खाद्य सामान रखे थे। वोल्गा की सील तो खुल गई, लेकिन लाइव किचन और दुबई मॉल अभी भी सील हैं। यहां भी खाने का सामान रखा है जो खराब हो रहा है। लीज पर दिया है ये सेंटर: संपदा विभाग ने कैंट स्थित बंगला 284 सरला देवी, नापेंद्र गोयल और बीपी गोयल को लीज पर दिया हैं। इस जमीन पर देवेंद्र गोयल का वोल्गा रिसोर्ट, सुधीर भला व शम्मी सपरा का दुबई स्टोर और अर्पित शर्मा का लाइव किचन नाम से रेस्टोरेंट है।

प्रतिष्ठान पर लगाई सील: व्यापारी नेता शेंकी वर्मा के बताया कि संपदा अधिकारी ने बिना नोटिस दिए प्रतिष्ठानों पर सील लगा दी। जबकि वोल्गा रिसोर्ट में आज शादी का कार्यक्रम हैं। वहां हलवाई बैठे हैं, और खाना बना रहें हैं। वहीं दुबई स्टोर और लाइव किचन रेस्टोरेंट में खाद्य सामग्री रखी है। अधिकारी का बिना नोटिस के सील लगाना व्यापारियों का उत्पीड़न है।

वहीं व्यापारी नेता जीतू नागपाल का कहना है कि उन्होंने संपदा अधिकारी को चार घंटे का अल्टीमेटम दिया था। यदि सील नहीं खोली गई तो व्यापार संघ के लोग बाजार बंद कर विभाग के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे। कैंट बोर्ड क्षेत्र का नगर निगम में विलय होना है।
इस संबंध में प्रस्ताव शासन को दिया गया है। उधर व्यापारियों का कहना है कि भारत सरकार द्वारा कमर्शियल लैंड की सील एक साल के लिए बढ़ा दी है, उसके बावजूद भी कार्रवाई की गई।

व्यापारियों ने जताया था रोष

व्यापारियों का कहना है कि सोमवार को प्रतिष्ठान बंद रहते हैं। उसके बावजूद भी सुबह 5 बजे टीम प्रतिष्ठान पर पहुंची और सील लगा कर चली गई। जबकि प्रतिष्ठानों के अंदर कर्मचारी मौजूद थे। उन्हें इसकी जानकारी चौकीदार ने दी। व्यापारियों कहना है कि वह जीएसटी सरकार को देते हैं, यदि लीज समाप्त भी हो रही है तो इसकी जानकारी व्यापारियों को पहले देनी चाहिए। इस तरह संपदा विभाग के अधिकारियों का व्यवहार गलत है।

 

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