गाजियाबाद। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि जो काम पहले कांग्रेस की सरकार ने किया, वही अब भाजपा सरकार कर रही है।
भाजपा सरकार पूंजीपतियोंं और धन्नासेठों को फायदा पहुंचा रही है। उन्हीं के सहयोग से संगठन चलाती है और चुनाव लड़ती है। इलेक्टोरल बॉन्ड की रिपोर्ट से इसका खुलासा भी हो चुका है। इस सरकार में गरीबों, वंचितों और अल्पसंख्यक वर्ग क लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। वह चार बार मुख्यमंत्री रहीं। उन्होंने सभी जातियों और वर्गों के हितों का ध्यान रखकर सरकार में बराबर की भागीदारी दी।
कविनगर रामलीला मैदान में आयोजित जनसभा में उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। गरीबी मिटाने का दावा हवा हवाई है। गारंटी का दावा जुमलों से ज्यादा कुछ नही है। भ्रष्टाचार देश से समाप्त होने की बजाय और बढ़ गया है। जब कांग्रेस की सत्ता थी तो गरीबों और वंचितों का लगातार शोषण हुआ। इसी वजह से कांग्रेस सत्ता से बाहर हो चुकी है। यही हाल अब भाजपा का भी होगा। अगर चुनाव निष्पक्ष हुए तो इस बार भाजपा सत्ता में वापस नहीं आने वाली है।
उन्होंने कहा, जुमलेबाजी अब काम नहीं आने वाली है। जनता अच्छे दिन आने के सपनों की असलियत जान चुकी है।
हवाई घोषणा पत्रों के प्रलोभन में नहीं आना है। बसपा की चार सरकारों के काम की अन्य पार्टियां नकल कर रही हैं। केंद्र में सत्ता आने पर उत्तर प्रदेश में रही बसपा सरकारों की तरह ठोस काम किया जाएगा। धर्म के आधार पर राजनीति कर रही पार्टियों को जनता इस बार सबक सिखाएगी।
मायावती ने कहा कि फ्री राशन से लोगों का भला नहीं होगा। काम देने से ही लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा। भाजपा समाज के सभी वर्गों की उपेक्षा कर रही है। आरक्षित श्रेणी के सरकारी नौकरियों में खाली पड़े पदों पर सरकार 10 साल बाद भी पर्याप्त संख्या में भर्ती नहीं कर पाई है। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट से पता चला है कि दलित और आदिवासी समाज की उपेक्षा की जा रही है। बसपा की सरकार बनने पर सर्वजन के साथ आदिवासी, मुस्लिम, दलित एवं अन्य धार्मिक व अल्पसंख्यक लोगों के उत्थान के लिए कदम उठाए जाएंगे। देश के महापुरुषों और महात्माओं का सम्मान जारी रहेगा।
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि देश में किसान बार-बार आंदोलन कर रहे हैं। इसकी वजह भाजपा सरकार की गलत नीतियां हैं। जब-जब प्रदेश में उनकी सरकार रही, किसानों के हित में काम किए गए। गन्ना किसानों को फसल का उचित मूल्य मिला।
गन्ने के भाव में कई गुना वृद्धि की गई। किसानों को सभी सुविधाएं मिल जाती थीं। केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से देश का विकास रुक गया है। लगभग 25 मिनट के भाषण में आधे से ज्यादा समय तक उनके निशाने पर भाजपा और कांग्रेस ही रही।