कमिश्नरी पर प्रदर्शन कर खाद्य पदार्थों के साथ ही भवन निर्माण सामग्री में मिलावट का आरोप
शारदा रिपोर्टर मेरठ। शहरभर में हो रही मिलावटखोरी के विरोध में सोमवार को दर्जनों शिव सैंनिकों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन डीएम कार्यालय पर सौंपते हुए मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान शिव सैनिकों ने बताया कि, मेरठ मिलावट खोरी का गढ़ बनता जा रहा है। खाद्य सामग्री, पेय पदार्थ और भवन निर्माण सामग्री में भी मिलावट जारी है। जहां खाद्य सामग्री और समस्त मसालों में मिलावट है तो वहीं, सिन्थेटिक दूध से बनी मिठाइयां भी बाजारों में बेची जा रही है। जिसे खाकर छोटे-छोटे बच्चे और आम आदमी के लीवर में पस पड रही है। जिससे जान जाने का खतरा बना हुआ है। जबकि, दूध को भी सिन्थेटिक तरीके से बाजारों में बेचा जा रहा है।
खाद्य व पेय पदार्थों के साथ ही भवन निर्माण सामग्री में नकली सिमेंट बेचा जा रहा है।जिससे भवनों के शीघ्र गिर जाने से उपभोक्ता को जान व माल दोनों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि, ऐसा ही एक प्रकरण थाना लिसाड़ी गेट के अन्तर्गत वार्ड 8 की शौकिन गार्डन में हुआ। जहां
भवन स्वामी मौहम्मद हसीन ने एक स्थानीय दुकानदार अफसर चौधरी से 50-60 सीमेंट के कट्टे भवन निर्माण के लिए खरीदे और भवन निर्माण कराना आरम्भ किया। उन्होंने बताया कि, जब भवन निर्माण चल रहा था, तभी भवन निर्माण में इस्तेमाल किए गए नकली सीमेंट के कारण निर्माणधीन भवन की छत और दीवारें ढह गई। जिससे भवन निमार्ता का घरेलू सामान मलवे में दब गया और टूट कर खराब हो गया। भवन स्वामी द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।
पुलिस द्वारा उक्त सीमेंट का सैम्पल लेकर जांच को भेज दिया गया। जिसकी जांच रिपोर्ट आना शेष है, लेकिन इस तरह की मिलावट खोरी से आम जनमानस में तीव्र आक्रोश व्याप्त है। जिससे कभी भी कानून व्यवस्था के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता है। इसलिए शिवसेना मांग करती है कि किसी भी तरह की मिलावट करने वाले मिलावटखोरों पर रासुका के तहत कार्रवाई शीघ्र की जाए।