– सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण में मिलकर करेंगे कार्य।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ और राष्ट्रीय कला मंच, मेरठ प्रांत के बीच बुधवार को कुलपति कार्यालय स्थित समिति कक्ष में एक महत्वपूर्ण मेमोरेंडम आॅफ अंडरस्टैंडिंग पर हस्ताक्षर किए गए।
इस करार के माध्यम से विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक और स्थापत्य धरोहरों को संरक्षित करने के लिए दोनों संस्थाएं मिलकर काम करेंगी। साथ ही, विद्यार्थियों को भारतीय कला, संगीत, परंपरा और विरासत संरक्षण की विधाओं से जोड़ने के लिए विशेष प्रशिक्षण, कार्यशालाएं और प्रदर्शनियां आयोजित की जाएंगी।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला की उपस्थिति में हुए इस समझौते को महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि ह्लभारत की सांस्कृतिक परंपराएं हमारी पहचान का आधार हैं।
विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को इन मूल्यों से जोड़ने और उन्हें सृजनात्मकता व शोध के माध्यम से आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित है। यह समझौता न केवल परिसर की धरोहरों के संरक्षण की दिशा में नई राह खोलेगा, बल्कि विद्यार्थियों को अपने अतीत से जुड़ने और रचनात्मक रूप से उसके संरक्षण में भागीदारी का अवसर भी देगा।
इस समझौते के अंतर्गत विश्वविद्यालय परिसर में पारंपरिक कलाओं, स्थापत्य ज्ञान, संगीत, संस्कृति और मौखिक परंपराओं को संजोने हेतु विविध गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
विद्यार्थियों को विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में सांस्कृतिक मूल्यों की गहराई से समझ मिलेगी और वे व्यावहारिक प्रशिक्षण के माध्यम से भारतीय विरासत को सहेजने की तकनीकों से भी रूबरू होंगे।
विश्वविद्यालय में इस प्रकार की पहल विद्यार्थियों को अध्ययन के साथ-साथ संस्कृति संरक्षण में सक्रिय भागीदारी का अवसर भी प्रदान करेगी।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के मीडिया सेल के प्रोफेसर इंचार्ज प्रो मुकेश कुमार शर्मा, विश्वविद्यालय अभियंता इंजीनियर मनीष मिश्रा, डॉ सचिन कुमार तथा राष्ट्रीय कला मंच मेरठ प्रांत के पदाधिकारीगण अभिनव दीप एवं अनुज ठाकुर इत्यादि मौजूद रहे।