शारदा रिपोर्टर मेरठ। लीवर टांसप्लांट शुरू करने के लिए लंबे इंतजार को खत्म करते हुए शहर के आनंद अस्पताल ने पहली बार लिवर प्रत्यारोपण सफलता पूर्वक करके मरीज की जान बचाई है।
बुधवार को अस्पताल के श्रीराम सभागार मे मुख्यचिकित्साधिकारी डा. अखिलेश मोहन की अध्यक्षता में प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसका संचालन मधुलिका बंसल द्वारा किया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि मेरठ मे प्रथम लीवर टॉसप्लांट की सफलता मेरठ के लिए किडनी, कोर्निया के बाद एक नयी उपलब्धि है। अस्पताल की निदेशक गौतम आंनद ने बताया कि अस्पताल के विशेष मॉडयूलर आॅपरेशन थियेटर में यह प्रत्यारोपण किया गया। अस्पताल के चार डॉक्टरो की टीम ने इस जटिल प्रकिया को 12 घंटे में पूरा किया।
खबर फटाफट: 17 July 2024 | News Bulletin Video || Sharda Express
आनंद अस्पताल मेरठ के गैस्टो एवं लिवर ट्रांसप्लान्ट सर्जन डा. ध्रुव जैन ने बताया कि मरीज की हालत सही है और दोनों (दाता व प्राप्त कर्ता) को अस्पताल मे निगरानी के बाद छुट्टी दे दी गई है। उन्होंने बताया महिला मरीज को लीवर सिरोसिस नामक बीमारी थी। यह एक ऐसी स्थिति होती है , जिससे मरीज का लीवर पानी बनाने लगता है। और वह लिवर दिन प्रतिदिन क्षतिग्रस्त एवं खराब होने लगता है। इस मरीज का करीब 75 फीसदी लिवर क्षतिग्रस्त हो गया था। ऐसे मामलो मे लिवर प्रत्यारोपण ही एक मात्र विकल्प है। 28 वर्षीय पुत्र द्वारा अपनी माँ को अपनी लिवर का हिस्सा दिया गया। जो एक पुत्र का अपनी माँ के प्रति प्रेम व सम्मान को दशार्ता है।
अस्पताल की निदेशक मानसी आंनद ने बताया कि उनके डॉक्टरो की टीम ने दिल्ली के डॉक्टरों की मदद से यह प्रक्रिया पूरी की है। उन्होंने बताया कि हमारी योजना शुरूआत में हर महीने दो लिवर टॉसप्लांट करने की है।