– 3440 क्विंटल पटाखे गोदामों में रखे थे, भंडारण लाइसेंस भी वैध नहीं।
गाजियाबाद। दीपावली से पहले पकड़े गए 42 से अधिक ट्रक अवैध पटाखे अब गले की फांस बन गए हैं। ये पटाखे दो बड़े गोदामों में रखे हैं, जो जिला मुख्यालय से लगभग 50 किमी दूर भोजपुर गांव के बाहर स्थित हैं।
चार दिन पहले एडिशनल पुलिस कमिश्नर लॉ एंड आर्डर आलोक प्रियदर्शी ने छापा मारकर, मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में गोदामों को सील कराया था। फिलहाल, गोदामों की सुरक्षा के लिए पुलिस की ड्यूटी लगातार जारी है।
भोजपुर में 15 बीघा जमीन पर बने दो बड़े गोदामों में अवैध पटाखों का भंडारण है। इन 400 वर्ग गज के गोदामों में लगभग 3 लाख 44 हजार किलो पटाखे रखे हैं, जो 42 से 50 ट्रक के बराबर बताए जा रहे हैं।
पुलिस का कहना है कि इन गोदामों के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है, इसलिए इन्हें सील किया गया। गोदामों में जांच के दौरान बिजली और लाइट की भी सुविधा नहीं है, ताकि किसी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।
सूत्रों के मुताबिक, पटाखों का लाइसेंस आगरा से लिया गया था, लेकिन एनसीआर में इन्हें भंडारण करना अवैध था। ये पटाखे दीपावली पर सप्लाई के लिए गाजियाबाद, हापुड़ और अन्य जिलों में स्टॉक किए गए थे।
भोजपुर गांव में अवैध पटाखों के गोदामों के मामले में पुलिस ने कारोबारी समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। गोदामों में रखे पटाखों का वजन लगभग 3 लाख 44 हजार किलो है। पहले इसकी कीमत 6.25 करोड़ से 12 करोड़ रुपए बताई गई थी, लेकिन वजन के हिसाब से अब इसकी कीमत करीब 15 करोड़ रुपए आंकी गई है।
पुलिस के अनुसार, ये पटाखे मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली और हरियाणा में सप्लाई होने वाले थे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत एनसीआर में पटाखों का भंडारण पूरी तरह प्रतिबंधित है।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर लॉ एंड आर्डर आलोक प्रियदर्शी ने बताया-भोजपुर थाना क्षेत्र के गोल्डन ट्रेडिंग एजेंसी पर छापा मारा गया और गोदाम सील कर दिए गए हैं। आगे की कार्रवाई के लिए विधिक राय ली जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों में मेरठ के सौरभ सिंघल, हापुड़ के जशलोक और मोदीनगर के अमित शामिल हैं। दमकल विभाग की टीम भी मौके पर मौजूद रही।



