शारदा रिपोर्टर मेरठ। जिले में एक जुलाई से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया गया। इसके बाद दस्तक अभियान चलाया गया। ताकि लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा सके। लेकिन अफसोस की बात यह है कि शहर से लेकर देहात तक के लोग सफाई व्यवस्था को लेकर अवेयर ही नहीं है। जबकि, सफाई व्यवस्था को दुरुस्त नहीं रखने और गंदगी फैलाने वाले करीब दो दर्जन लोगों को स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस जारी किया है।
अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग ने निगम कर्मचारियों शहर के सभी इलाकों, मुख्य मार्गो और गली मौहल्ले में साफ-सफाई और कीटनाशकों के छिड़काव के निर्देश दिए गए थे। लेकिन उसकी कार्रवाई कागजों तक ही सीमित रह गई। शहर में जगह-जगह नाले और नालियों के गंदे पानी भरने से गंदगी फैली हुई है। जिससे संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा लगातार बना हुआ है।
अधिकांश इलाकों में लोग अपने घरों का कूड़ा सड़कों और नाले-नालियों में फेंक देते हैं। जिसके चलते गंदगी और बीमारियों के फैलने का अंदेशा बना रहता है। अगर स्वास्थ्य विभाग की बात करें तो स्वच्छता नहीं अपनाने और गंदगी फैलाने लोगों पर कोई सख्त कानून नहीं है। शहर में गंदगी होने के चलते लोग बीमार भी पड़ रहे हैं।