– कांग्रेस सांसद ने सीजफायर पर उठाया सवाल, कहा पहलगाम के कातिल अभी जिंदा
सहारनपुर। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने पूछा कि ये बीजेपी को देखना होगा कि सीजफायर अपमान है या सम्मान। उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और इंदिरा गांधी से सीख लेनी चाहिए, जिन्होंने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। मगर हमारे पीएम तो अमेरिका के दबाव में आकर सीजफायर करके बैठ गए हैं। पहलगाम के आतंकी अभी जिंदा हैं, हमने युद्ध विराम क्यों कर दिया? हमारे 26 लोगों को मारने वालों को सजा मिलनी चाहिए।
इमरान मसूद ने कहा कि मैं कोई सबूत नहीं मांग रहा हूं। हमारे जवान अंदर घुसकर बम मारकर आए हैं। मगर आपने (भाजपा) सीजफायर कर दिया। वो भी अमेरिका के कहने के बाद। यूक्रेन जैसे छोटे से देश का राष्ट्रपति उठकर के आ जाता है। मगर यहां अमेरिका से एक बटन दबा और हमारे प्रधानमंत्री मान गए।
देश की सुरक्षा का मजाक उड़ाने वाले भाजपा के बयान पर उन्होंने कहा कि जो ये बोल रहे हैं, वो पहले अपने गिरहबान में झांके। ये सीजफायर अपमान है या सम्मान, इसका फैसला अपने आप करें। जब सेना दुश्मन के घरों में घुसकर मार रही हो, तब अमेरिका से बटन दबता है और सीजफायर हो जाता है। बिना शर्त के सीज फायर हो गया। सरकार ने क्या शर्त रखकर सीजफायर किया? अब भाजपा को सामने आकर बोलना चाहिए।
इमरान मसूद ने कहा कि पॉलिटिकल स्टंट नहीं, देश के सम्मान की बात है। हर भारतीय का खून खौल रहा है। हर भारतीय को लग रहा है, ये हुआ क्या? एक मिनट में सीजफायर कर दिया। सीजफायर करना था तो नरेंद्र मोदी करते। क्या सीजफायर का ऐलान अमेरिका करेगा? अंतरराष्ट्रीय मंच पर बैठकर आप मध्यस्थता करेंगे। मैं पूछता हूं कि शिमला समझौते का क्या हुआ? कहां गए वो तेवर? आॅपरेशन सिंदूर में हम पाकिस्तान को घर में घुसकर मारकर आए हैं। सेना के पराक्रम में कोई कमी नहीं है। सबको गर्व है।