खुर्जा। दशहरा गांव में निमार्णाधीन खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्लांट से उत्तर प्रदेश को जून के बाद 855 मेगावाट बिजली दी जाएगी।
यह पूरे उत्पादन का 64.7 प्रतिशत होगा। फिलहाल प्रदेश को 427 मेगावाट बिजली दी जा रही है। प्लांट में 660 मेगावाट क्षमता की एक यूनिट जनवरी में शुरू हुई थी। दूसरी यूनिट के बॉयलर का परीक्षण भी पूरा हो गया है। जून 2025 तक प्लांट के पूरी तरह से शुरू होने की उम्मीद है। इससे उत्तर प्रदेश के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के अलावा औद्योगिक क्षेत्र को भी काफी लाभ मिलेगा।
दशहरा में टिहरी हाइड्रो डवलपमेंट पॉवर कॉरपोरेशन इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीआईएल) करीब 11 हजार करोड़ रुपये की लागत से 1320 मेगावाट क्षमता का सुपर थर्मल पावर प्लांट तैयार कर रहा है। इसका निर्माण 2018 में शुरू हुआ था।
प्लांट में 440 केवी क्षमता का विद्युत उपकेंद्र तैयार किया गया है। यहां से ग्रिड के माध्यम से देश की अलग-अलग विद्युत वितरण कंपनियों को आपूर्ति दी जा रही है।
वरिष्ठ प्रबंधक (एचआर एवं प्रशासन) दिलीप कुमार द्विवेदी ने बताया कि कंपनी मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व राजस्थान को आपूर्ति करेगा। अन्य प्रदेशों में आवश्यकता अनुसार केंद्र सरकार के माध्यम से आपूर्ति दी जाएगी। इसके लिए कंपनी ने आपूर्ति मात्रा निर्धारित किया है। इसमें उत्तर प्रदेश को 64.7 प्रतिशत, राजस्थान को 21.3 प्रतिशत, उत्तराखंड को 3.9 प्रतिशत और 10.1 गैर आवंटित क्षेत्र में आपूर्ति दी जाएगी।
दूसरी यूनिट के बॉयलर का हुआ सफल परीक्षण
कंपनी में निमार्णाधीन बॉयलर-2 का परीक्षण सफलतापूर्वक पूर्ण हो गया। अब बॉयलर में ब्लोइंग एवं यूनिट के सिंक्रोनाइजेशन का कार्य चल रहा है। कंपनी के प्रबंध निदेशक आरके विश्नोई ने इस उपलब्धि पर प्रोजेक्ट टीम को बधाई दी। कंपनी के तकनीकी निदेशक भूपेंद्र गुप्ता ने बताया कि यूनिट-दो का बॉयलर लाइट-अप थर्मल पावर प्लांट के पूर्ण पैमाने पर संचालन करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। अगले दो तीन माह में यूनिट दो शुरू हो जाएगी। इस दौरान परियोजना निदेशक कुमार शरद, महाप्रबंधक बीके साहू, महाप्रबंधक आरएम दुबे, अपर महाप्रबंधक मुकुल शर्मा, अपर महाप्रबंधक शैलेश ध्यानी, उप महाप्रबंधक अरविंद यादव, उप महाप्रबंधक आरके यादव आदि मौजूद रहे।
राज्य – अब दी जा रही आपूर्ति – जून के बाद आपूर्ति
उत्तर प्रदेश – 427 मेगावाट – 855 मेगावाट
राजस्थान – 140 मेगावाट – 280 मेगावाट
उत्तराखंड – 25 मेगावाट – 51.48 मेगावाट
अन्य आवंटित क्षेत्र – 66 मेगावाट – 132 मेगावाट