षष्ठी से नवमी तक रोज होगी पूजा व सांस्कृतिक कार्यक्रम।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। बंगाली दुगार्बाड़ी समिति मेरठ के पावन प्रांगण में आज शारदीय नवरात्रि के अवसर पर धर्म और आस्था से ओतप्रोत एक दिव्य अनुष्ठान का आयोजन किया गया। प्रात: 10:30 बजे विधि-विधानपूर्वक हवन, ध्वनि और श्रद्धा के बीच मां दुर्गा का बोधन (प्राण-प्रतिष्ठा) सम्पन्न हुआ। विद्वान पुरोहितों के आचार्यत्व में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्रद्धालुओं ने पूर्ण आस्था के साथ आहुति अर्पित की और माँ दुर्गा के शुभ आगमन के लिए प्रार्थनाएँ कीं। भक्तों ने इस पावन अनुष्ठान में बढ़-चढ़कर भाग लिया। हवन के उपरांत सभी श्रद्धालुओं को पवित्र प्रसाद वितरित किया गया।
मंत्रोच्चारण, शंखध्वनि एवं ढाक की गूंज के साथ माँ दुर्गा का स्वागत किया गया। तत्पश्चात माँ का साज-श्रृंगार अनुष्ठान सम्पन्न हुआ, जिसमें माँ को गहनों, नथ, पायल, कंगन आदि से सुसज्जित किया गया। यह दृश्य उपस्थित भक्तजनों के लिए अद्भुत और भावविभोर कर देने वाला था। समिति के प्रधान सचिव अभय मुखर्जी ने इस अवसर पर कहा माँ दुर्गा का स्वरूप केवल शक्ति और सामर्थ्य का प्रतीक ही नहीं, बल्कि यह बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक भी है। महिषासुर का संहार करने के लिए माँ दुर्गा का अवतरण हुआ था और बंगाली दुगार्बाड़ी में स्थापित प्रतिमा भी इसी दिव्य स्वरूप का दर्शन कराती है। समिति के अध्यक्ष डॉ. शुभ्रतो सेन ने भी दुर्गा पूजा के बारे में बताया।
दुर्गा पूजा केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति, एकता और सामूहिकता का प्रतीक है। इस आयोजन में हमें केवल पूजा-पाठ ही नहीं करना चाहिए, बल्कि अपने समाज में सद्भाव, सहयोग और पारस्परिक प्रेम की भावना भी फैलानी चाहिए।
इस अवसर पर समिति के पूजा सचिव नोवेंदु राय चौधरी सहित समिति के सक्रिय सदस्य अजय मुखर्जी, अमिताभ मुखर्जी, मोहिनी मुखर्जी, पापिया सान्याल, रिंकू नियोगी, सुभ्रा मुखर्जी, प्रदीप मुखर्जी, रीना सेन, लिपिका, ईवा गांगुली, दीप्ति चौधरी, अल्पना चक्रवर्ती, प्रीति राय, बिजन दास, आदि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।