शारदा रिपोर्टर मेरठ। शहर की जनता को बंदरों के आतंक से जल्द निजात मिलेगी। नगर निगम और वन विभाग की टीम शहर में अभियान चलाकर बंदरों को पकड़ेगी। प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने वन विभाग से वार्ता की। वन विभाग के अधिकारियों ने सहयोग का आश्वासन दिया। बंदरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए नगर निगम के आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायतों का ढेर है।
बंदरों को पकड़ने में नगर निगम और वन विभाग एक दूसरे पर बात डालकर पल्ला झाड़ लेते हैं। वहीं, शहर में आए दिन लोगों को बंदर हमला कर घायल कर रहे हैं। कई बार अधिकारियों से शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही। नगर निगम की बैठक में पार्षदों ने बंदरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए प्रमुखता से आवाज उठाई थी। अब शहर में बंदरों को पकड़ने के लिए वन विभाग और नगर निगम टीम काम करेगी।
दरअसल, मेरठ सिटी की बीस लाख की आबादी बंदरों के आतंक से त्रस्त है। मेरठ में बदंरों की दहशत को देखते हुए नगर निगम मंकी पकड़ो अभियान शुरू करने जा रहा है।
लेकिन बंदरों को पकड़ने के लिए विभाग ने जो दकियानूसी तरीका अपनाया है, उसे बंदर भी भांप गए हैं। बंदर इतने सयाने हैं की इन्हें पकड़ने के लिए लगाए गए पिंजरे की तरफ वे फटकते तक नहीं। इसे देखकर लगता है शहर के बंदर नगर निगम से ज्यादा सयाने हो चले हैं।