शारदा रिपोर्टर मेरठ। संयुक्त किसान संघर्ष समिति गंगानगर, लोहियानगर और वेदव्यासपुरी द्वारा सोमवार को मंडलायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया। किसानों ने मेडा पर वादाखिलाफ का आरोप लगाते हुए बढ़े प्रतिकर के बदले तय हुई शर्तों का अभी तक पालन न करने का आरोप लगाते हुए मंडलायुक्त को ज्ञापन सौंपा।
किसानों ने कहा कि मेरठ विकास प्राधिकरण द्वारा अगस्त 1987 में गंगानगर, लोहियानगर, वेदव्यासपुरी और शताब्दीनगर योजना के लिए भूमि का अधिग्रहण किया गया था। जिसमें किसानों को काफी कम मुआवजा दिया गया था। बाद में शताब्दी नगर योजना में प्रतिकर के रूप में अतिरिक्त मुआवजा दिया गया। काफी संघर्ष के बाद प्राधिकरण द्वारा गंगानगर, लोहिया नगर, वेदव्यास पुरी योजनाओं के किसानों को समानता के आधार पर बढ़े प्रतिकर देने का प्रस्ताव नवंबर 2015 की बोर्ड बैठक में पास किया गया था। जिसमें बढ़े प्रतिकर के बदले बड़े किसानों को प्लॉट व छोटे किसानो को चैक देने का प्रस्ताव पास हुआ था।
मेरठ विकास प्राधिकरण द्वारा तीनों योजनाओं के छोटे किसानों को दिए गए। लेकिन उसके बाद किसानों को बार-बार प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा झूठी आपत्ति बताकर टाल मटोल किया जाता रहा है।