नई दिल्ली : मोदी ने कहा कि अमित शाह ने डॉ. आंबेडकर का अपमान करने वाली कांग्रेस के काले इतिहास का पर्दाफाश किया। पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि पंडित नेहरू ने बाबा साहेब के खिलाफ प्रचार किया था। बीआर आंबेडकर पर अमित शाह की ओर से दिए गए बयान पर देश में राजनीति गरमा गयी है कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल इस मुद्दे को लेकर भाजपा से माफी मांगने की बात कह रही है। इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने आंबेडकर के मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। मोदी ने कहा, “अगर कांग्रेस और उसके सड़े हुए पारिस्थितिकी तंत्र को लगता है कि उनके दुर्भावनापूर्ण झूठ कई वर्षों के उनके कुकर्मों को छिपा सकते हैं, खासकर डॉ. अंबेडकर के प्रति उनके अपमान को, तो वे गंभीर रूप से गलत हैं!
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, अगर कांग्रेस और उसके सड़े हुए पारिस्थितिकी तंत्र को लगता है कि उनके दुर्भावनापूर्ण झूठ कई वर्षों के उनके कुकर्मों को छिपा सकते हैं, खासकर डॉ. अंबेडकर के प्रति उनके अपमान को, तो वे गंभीर रूप से गलत हैं! भारत के लोगों ने बार-बार देखा है कि कैसे एक पार्टी, एक राजवंश के नेतृत्व में , डॉ. अंबेडकर की विरासत को मिटाने और एससी/एसटी समुदायों को अपमानित करने के लिए हर संभव गंदी चाल में शामिल हो गया है।”
नरेंद्र मोदी ने आगे कहा “…संसद में गृह मंत्री अमित शाह ने डॉ. अंबेडकर का अपमान करने और एससी/एसटी समुदायों की अनदेखी करने के कांग्रेस के काले इतिहास को उजागर किया। उनके द्वारा प्रस्तुत तथ्यों से वे स्पष्ट रूप से स्तब्ध हैं, यही कारण है कि वे अब नाटकीयता में लिप्त हैं…”
अमित शाह के किस बयान पर मचा बवाल
संसद में गृह मंत्री अमित शाह देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की पहली कैबिनेट से बीआर आंबेडकर के इस्तीफे का जिक्र कर रहे थे। कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए उन्होंने पूछा कि आंबेडकर ने देश की पहली कैबिनेट से क्यों इस्तीफा दे दिया था? उन्होंने कहा, “अब चाहे आंबेडकर का नाम सौ बार से अधिक लो, लेकिन साथ में आंबेडकर के प्रति आपका भाव क्या है, ये वह बताएंगे।”