– गन्ना मूल्य वृद्धि पर सरकार से वार्ता करें जयंत।
– कृषि यंत्रों पर जीएसटी को लेकर जताई नाराजगी।
मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा। उन्होंने पंजाब और हिमाचल प्रदेश में बाढ़ पीड़ितों की मदद में सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए। टिकैत ने कहा कि सरकार के पीछे हटने पर किसानों ने आगे बढ़कर राहत कार्य किया।
पंजाब में पशु चारे की कमी को देखते हुए किसान समाज लगातार मदद भेज रहा है। हिमाचल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भी सैकड़ों कुंतल राहत सामग्री पहुंचाई गई है। छपार टोल प्लाजा पर डिप्टी मैनेजर की हत्या पर टिकैत ने दुख जताया। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार मिलना चाहिए ताकि वे गलत रास्ते न चुनें।
गन्ना मूल्य के मुद्दे पर टिकैत ने राष्ट्रीय लोकदल नेता जयंत चौधरी से किसानों की आवाज उठाने को कहा। उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में गन्ने का भाव 450 रुपये प्रति क्विंटल करने का वादा किया था। यह वादा 11 साल बाद भी पूरा नहीं हुआ है।
टिकैत ने कृषि यंत्रों पर 18 प्रतिशत जीएसटी को किसानों पर बोझ बताया। उन्होंने कृषि उपकरणों और बिजली कनेक्शन पर टैक्स हटाने की मांग की। उनका कहना है कि किसानों को हर तरफ से राहत मिलनी चाहिए। ऐसा नहीं होने तक खेती-किसानी घाटे का सौदा बनी रहेगी।