– नगर पालिका पर लगाए आरोप।
मुजफ्फरनगर। लोकसभा सांसद हरेंद्र मलिक ने शहर में सड़क निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का आरोप लगाया है। उन्होंने मंडलायुक्त से पिछले पांच साल में बनी सभी सड़कों की गुणवत्ता और मानकों की विस्तृत जांच कराने की मांग की है। सांसद मलिक ने पालिका प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
मलिक ने कहा कि तारकोल से बनी सड़कों की गारंटी पांच साल और सीमेंट से बनी सड़कों की सात साल होती है। यदि ये सड़कें निर्धारित समय से पहले टूटती हैं, तो निर्माण एजेंसी को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए दो-तीन साल के भीतर ही सड़कों का दोबारा निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें गुणवत्ता और निर्धारित मानकों की लगातार अनदेखी की जा रही है।
सांसद ने मंडलायुक्त से एक समिति गठित कर सड़क निर्माण से संबंधित सभी प्रस्तावों और टेंडरों की जांच कराने का आग्रह किया है, ताकि किसी भी प्रकार की धांधली की संभावना समाप्त हो सके। उन्होंने डोर-टू-डोर कचरा संग्रह करने वाली कंपनी की अवधि दो महीने बढ़ाने और आईजीएल कंपनी द्वारा गड्ढे भरने के लिए दिए गए पांच करोड़ रुपये के खर्च पर भी सवाल उठाए। मलिक ने इन निधियों के उपयोग का हिसाब मांगा है।
सांसद मलिक ने बार-बार एक ही सड़क के निर्माण को जनता के पैसे का दुरुपयोग बताया। उन्होंने जांच समिति से ठेकेदारों और अधिकारियों के बीच संभावित मिलीभगत को उजागर करने की अपील की। इसके अतिरिक्त, सांसद हरेंद्र मलिक ने जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में भी कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि जिले में कैंसर अस्पताल स्थापित करने के लिए एक कंपनी के साथ कई दौर की बातचीत हो चुकी है, जिसके सकारात्मक परिणाम जल्द ही सामने आने की उम्मीद है।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने मेरठ मेडिकल कॉलेज में न्यूरो और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज की सुविधाएं बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य सचिव को कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया है। मलिक का लक्ष्य अपने क्षेत्र में स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है।
