– मंडी सचिव को आॅफिस में लॉक करके पीटा था, दिनभर गायब रहे नेता रात में डीएम बंगले पहुंचे।
मुरादाबाद। भाजपा नेताओं की गुंडागर्दी ने मंडी में आढ़तियों पर भारी पड़ी। नेता तो मंडी सचिव को पीटकर और दबंगई दिखाकर अपने बंगलों में जा बैठे, लेकिन इसकी कीमत मंडी के आढ़तियों को चुकानी पड़ी। प्रशासन के तीन बुलडोजर यहां पूरा दिन अवैध निमार्णों पर गरजे लेकिन एक दिन पहले दबंग बने नेता पूरी पिक्चर से गायब रहे।
जब बेहद किरकिरी हुई तो रात को नेता इकट्ठा हुए और डीएम की चौखट पर दस्तक दी। लेकिन तब तक बुलडोजर अपना काम निपटा चुके थे। मतलब साफ था, वर्षों का अतिक्रमण जिसे प्रशासन कभी नहीं हटा सका था, वो भाजपा नेताओं की दबंगई के कारण घंटों में ध्वस्त कर दिया गया।
किरकिरे के बाद शाम को डीएम से मिलने वाले भाजपाइयों के इस प्रतिनिधि मंडल में वो दबंग नेता भी शामिल थे, जिन पर मंडी सचिव को केबिन लॉक करके पीटने के आरोप हैं। पूरा दिन मंडी के आढ़ती इस दबंग नेता को चीख चीखकर मदद के लिए पुकारते रहे लेकिन एक दिन पहले फाइटिंग करने वाले नेताजी वहां झांकने तक नहीं गए। नतीजा ये हुआ कि प्रशासन ने एक-एक कर सारे अवैध निर्माण जमींदोज कर दिए।
डीएम अनुज सिंह से मीटिंग के बाद एमएलसी गोपाल अंजान ने मीडिया से कहा- हमने जिलाधिकारी से अनुरोध किया है कि वे मंडी में आढ़तियों को पूर्व की भांति काम करने दें। जिस पर जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया है। जल्द नई दुकानों के निर्माण की बात भी कही गई है।
इस मीटिंग के बाद डीएम अनुज सिंह ने मीडिया से कहा कि, मंडी में पूर्व की भांति कार्य चलेगा। प्रशासन का उद्देश्य किसी आढ़ती को परेशान करना नहीं है। अवैध निमार्णों पर एक्शन की बाबत डीएम ने कहा कि जिन स्थानों पर अवैध कब्जे किए गए थे वहां नई दुकानें प्रस्तावित हैं। ऐसे में नई दुकानों का निर्माण हो सके, इसलिए अवैध निर्माण को तोड़ा गया है।
अतिक्रमण कार्रवाई से आहत कारोबारी ने की खुदकुशी
– भाजपा नेता के भाई ने मानसिक दबाव में छत से छलांग लगाकर दी जान
मुरादाबाद। मंडी समिति परिसर में अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई की जद में दुकान आने से परेशान कारोबारी ने आत्महत्या कर ली। भाजपा नेता की मौत की जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। पुलिस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है।
मंडी समिति में अतिक्रमण विरोधी अभियान के बाद एक कारोबारी ने कथित तौर पर मानसिक दबाव में आकर अपनी जान दे दी। मृतक चेतन सैनी भाजपा मंडल उपाध्यक्ष गजेंद्र सिंह के बड़े भाई थे। देर रात उन्होंने घर की छत से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली।
इसके बाद भाजपा नेता और अन्य अफसर देर रात ही उनके घर पहुंच गए। जानकारी के मुताबिक मझोला स्थित मंडी समिति परिसर में हुकुम सिंह एंड कंपनी के नाम से आढ़त चल रही थी। चेतन सैनी और भाजपा मंडल उपाध्यक्ष गजेंद्र सिंह वर्षों से फल का कारोबार कर रहे थे।
यह दुकान उनके पिता के नाम पर थी और लगभग 20 साल से संचालित हो रही थी। बताया गया कि मंडी सचिव संजीव कुमार के साथ मारपीट की घटना के बाद मंगलवार को अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई थी। इसकी चपेट में चेतन सैनी की दुकान भी आ गई थी। इसके बाद से वह तनाव में थे। परिजनों ने बताया कि अतिक्रमण हटने से चेतन सैनी ने देर रात घर की छत से कूदकर जान दे दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई।
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। इस घटना के बाद व्यापारियों में शोक और आक्रोश का माहौल है। भाजपा नेताओं और कारोबारियों ने इसे प्रशासन की कार्रवाई का परिणाम बताया है। वहीं अधिकारियों ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की बात कही है।