शारदा रिपोर्टर मेरठ। जाम से निपटने के लिए ट्रैफिक विभाग ने विशेष प्लानिंग की है। ट्रैफिक विभाग के अधिकारियों कहना है कि जिले में तकरीबन 16000 से ज्यादा थ्री व्हीलर दौड़ रहे हैं। इन सभी थ्री व्हीलर को बारकोड से लैस किया जाएगा। हर थ्री व्हीलर पर बारकोड चस्पा होगा और विभाग के अधिकारी एक क्लिक करते ही आॅटो के बारे में सारी जानकारी जुटा सकेंगे। यही नहीं शहर में अगर कहीं अवैध वाहन दौड़ रहे हैं अवैध थ्री व्हीलर दौड़ रहे हैं तो ऐसे वाहनों को सीज किया जाएगा। यातायात के लिए सबसे बड़ी चुनौती बने ई रिक्शा को अब क्यूआर कोड के जरिए नियंत्रित करने की तैयारी है।
चालकों को रूट निर्धारित कर क्यूआर कोड दिए जाएंगे. एक क्लिक में वाहन का पंजीकरण, फिटनेस और चालक के ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी मिल जाएगी। हर जोन का अलग-अलग क्यूआर कोड होगा, जिससे चालक एक दूसरे के क्षेत्र में न जाएं। मथुरा की यातायात पुलिस ने परिवहन निगम और नगर निगम के साथ मिलकर नगर को जाममुक्त बनाने के लिए ऐसा प्लान लागू किया है अब मेरठ में भी ऐसा ही प्लान लागू करने की तैयारी हो गई है।
चार जोन में बांटकर देंगे ई रिक्शा चालकों को क्यूआर कोड: अन्य क्षेत्रों के परमिट धारक अनधिकृत रूप से शहर में वाहन संचालित कर रहे हैं। यातायात पुलिस ने ई-रिक्शा संचालन को चार जोन में विभाजित करने पर निर्णय लिया है।
प्रत्येक जोन में चलने वाले ई-रिक्शा पर क्यूआर ओड चस्पा किया जाएगा। यह कोड उन्हीं चालकों को दिया जाएगा, जो परिवहन निगम की सभी शर्त को पूरा करते हैं। अगर चालकों के पास क्यूआर कोड नहीं मिला तो वाहन सीज कर कार्रवाई होगी। ई-रिक्शा और आटो पर लगने वाले क्यूआर कोड के लिए जयपुर की कंपनी से समझौता हुआ है। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि कांवड़ यात्रा के बाद योजना को धरातल पर उतारा जाएगा।
28 स्थानों पर स्टैंड बनाने की तैयारी
ई-रिक्शा व आटों के लिए शहर में 28 जगह स्टैंड बनेंगे। ई-रिक्शा और आटो के लिए नो पार्किंग जोन चिन्हित किए जाएंगे। साथ ही वाहन स्वामियों को पाकिंग स्थल पर गाड़ी खड़ा करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। पार्किंग स्थल पर वाहनों को नहीं खड़ा करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। नौ बजे से रात नौ बजे तक ई रिक्शा व आटो खड़े करने के लिए बनाई गई योजना सफल हुई है। अब अन्य चौराहों पर भी यह व्यवस्था लागू की जाएगी। ताकि शहर के व्यस्त चौराहे जाम मुक्त हो सके। माल रोड को सबसे ज्यादा व्यस्त सड़क मार्ग कहा जा रहा है।
टीआई विनय कुमार शाही का कहना है कि नगर निगम अधिकारियों संग मिलकर ई-रिक्शा व आटो स्टैंड के लिए शहर में 28 जगह चिन्हित की गई है। उच्चाधिकारियों की अनुमति मिलने के बाद इन जगहों को दुरुस्त कर स्टैंड बना दिए जाएंगे।