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Friday, December 26, 2025
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Homepolitics newsवक्फ बिल कैसे 'उम्मीद', समझ नहीं आया: अखिलेश यादव

वक्फ बिल कैसे ‘उम्मीद’, समझ नहीं आया: अखिलेश यादव

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– लोकसभा में अखिलेश का सरकार पर तीखा वार।


Waqf Amendment Bill Updates: अखिलेश यादव ने वक्फ बिल पर चर्चा के दौरान कहा कि बड़ी आबादी के लिए एक और बिल आया है। उन्होंने रविशंकर प्रसाद की बहुत सी बातों से सहमति व्यक्त की और कहा कि जो एक्स कांग्रेस वाले हैं, वो ज्यादे बोल रहे हैं। जो बिल पेश हुआ है, उसको जितना समझ पा रहा हूं, मंत्री जी ने कहा कि उम्मीद है ये। हिंदी या अंग्रेजी में भी नहीं समझ पा रहा हूं कि उम्मीद है ये- यूनिफाइड वक्फ। ये बिल लाया जा रहा है, बीजेपी में ये मुकाबला चल रहा है कि खराब हिंदू कौन बड़ा है। जो पार्टी ये कहती हो कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है, राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं चुन पाए अभी तक। बीजेपी क्या है। इस पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अखिलेश जी ने हंसते-हंसते कहा है, हंसते-हंसते ही जवाब दे रहा हूं। आपको पांच लोगों में ही अध्यक्ष चुनना है, परिवार से। हमें करोड़ों लोगों में से चुनना है तो समय लगता है। मैं कहता हूं आप अभी 25 साल तक अध्यक्ष हो जाओ।

इस पर अखिलेश ने कहा कि नाकामी का ये पर्दा है वक्फ बिल। एक ये बहुत तैयारी के साथ फैसला लेकर आए थे कि आधी रात के बाद नोट नहीं चलेंगे। उस नोटबंदी नाकामी के बारे में भी तो चर्चा हो जाए कि अभी भी जाने कितना रुपया निकल के आ रहा है। नाकामी बेरोजगारी, महंगाई, किसान की आय दोगुनी नहीं कर पाए, उसकी भी है।

1000 हिंदू तो खो गए हैं कहा हैं वो? अखिलेश यादव ने ये क्यों पूछा

वक्फ बिल पर चर्चा के बीच अखिलेश यादव ने कहा ये लोग नोटबंदी लेकर आए क्या हुआ? गंगा यमुना साफ हुई ? गोद लिए हुए गांव उनका क्या हुआ? ईद पर सभी धर्म के नेता जाते हैं, लेकिन इस बार पाबंदी थी। क्या संविधान यही सिखाता है? बीजेपी नए बिल के साथ अपनी नाकामी छुपाती है। महाकुंभ में कितने लोगों की जान गई पता है न सबको। बीजेपी के लोगों ने 100 करोड़ लोगों को बुला लिया बिना तैयारी के, 1000 हिंदू तो खो गए हैं कहा हैं वो?

अखिलेश यादव ने ऐसा क्या कहा, सीट से खड़े हो गए अमित शाह

वक्फ बिल पर चर्चा के बीच अखिलेश यादव ने कहा कि आज जो बिल पेश हुआ है, मैंने समझा है, उम्मीद है, लेकिन कैसे है। बीजेपी के अंदर मुकाबला चल रहा है कि खराब हिन्दू कौन है? अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि ये लोग अभी तक अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष नही चुन पाए। अखिलेश यादव के इतना बोलते ही अमित शाह सीट से खड़े हो गए। अमित शाह ने जवाब देते हुए कहा कि हमें राष्ट्रीय अध्यक्ष 5 लोगों के परिवार वालों में नही चुनना।

वक्फ बिल बीजेपी की नफरत की राजनीति का एक और अध्याय: अखिलेश यादव

अखिलेश यादव ने कहा कि बिहार चुनाव में इस बार मैं भी देखूंगा कि कितनी महिलाओं को टिकट दे रहे हैं आप। बीजेपी जब भी कोई नया बिल लाती है, अपनी नाकामी छिपाती है। प्रयागराज महाकुंभ में कितने हिंदू मारे गए, इस पर पर्दा डालने के लिए ये बिल लाए हैं। कुंभ में आस्था सबकी है। कुंभ कोई पहली बार नहीं हो रहा था। बीजेपी ऐसा प्रचार किया कि 144 साल बाद ये कुंभ हो रहा है। सरकार दावा करती थी कि हमारी तैयारी सौ करोड़ की है। कुंभ में जो 30 लोग मारे गए, जो एक हजार लोग लापता है, सरकार बताए उनका नाम पता। कारसेवक वाली बात नहीं छेड़ना चाहता। स्पीकर ओम बिरला ने चुटकी लेते हुए कहा कि अखिलेश जी, अब जरा वक्फ पर भी आ जाओ।

इसके बाद अखिलेश ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री जी जैसे तीस की गिनती में उलझे हुए हैं। कुंभ हमारा क्या कारोबार की जगह है। मैं भी स्वीकार करता हूं कि रेलवे की जमीन, डिफेंस की जमीन भी भारत की है। क्या डिफेंस और रेलवे की जमीन नहीं बेची जा रही है। कितना हस्तक्षेप है। वक्फ की जमीन से मंत्री जी बताएं कि बड़ा मुद्दा वो जमीन है जिस पर चीन ने अपने गांव बसाए लिए हैं। कोई बाहरी खतरे पर सवाल न कर दे, इसलिए ये बिल लाया जा रहा है। वक्फ मुसलमानों का है और बिल पर उन्हीं की बात नहीं सुनी जा रही है। बीजेपी एक अलोकतांत्रिक पार्टी है और विरोध को ही ताकत समझती है। जब करोड़ों लोग इस बिल के खिलाफ हैं, इसे लाने की जरूरत क्या है। वोट में जब से गिरावट आई है, उसे संभालने के लिए ये बिल लाया गया है। वक्फ की जमीन लेकर बीजेपी अपने लोगों को दे देना चाहती है। बीजेपी चाहती है कि मुस्लिम उद्वेलित हो और ध्रुवीकरण का मौका मिले। उनको पता है कि ध्रुवीकरण होगा तो वे लाभ उठाने में आगे रहेंगे। इसके लिए नहीं लाया गया तो पहले के फैसलों से क्या देश में कोई बड़ा बदलाव आ गया। डर तो ये लगता है कि कहीं बीजेपी वाले दूसरों के यहां पैसा रखकर न पकड़वा दें। इससे दुनिया में गलत संदेश जाएगा। वक्फ बिल बीजेपी की नफरत का एक और अध्याय है। राजनीति क्या है, हमने आपका हाथ पकड़ा और हम कहां आ गए। आप हमारा हाथ छुड़ाकर वहां चले गए।

अखिलेश यादव ने तंज करते हुए कहा कि ये बिल बीजेपी के लिए वाटरलू साबित होगा। सपा इस बिल का विरोध करती है और वोट पड़ेगा तो हम इसके खिलाफ वोट डालने जा रहे हैं. गौरतलब है कि वाटरलू युद्ध में महाविजेता नेपोलियन भी हार गया था।

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