Home Meerut जिला पंचायत के धन का दुरूपयोग कर रहे हैं अध्यक्ष

जिला पंचायत के धन का दुरूपयोग कर रहे हैं अध्यक्ष

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  • आधा दर्जन से ज्यादा जिला पंचायत सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी के खिलाफ खोला मोर्चा।

शारदा रिपोर्टर मेरठ। जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी पर अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए जिला पंचायत सदस्य ने कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे से शिकायत की है। जिला पंचायत सदस्यों का कहना है कि गौरव चौधरी जिला पंचायत के नियमों का उल्लघन कर रहे हैं।

सदस्यों ने मंडलायुक्त को सौंपे शिकायती पत्र में कहा कि जनपद मेरठ में लगभग 140 फर्म स्कूल/कॉलेज/पेट्रोल पम्प को जिला पंचायत द्वारा मानचित्र स्वीकृत के लिए नोटिस जारी किये गये थे। जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा उक्त फर्म स्वामीयों से मोटी रकम लेकर सांठगांठ करके उन नोटिसों की कार्यवाही रूकवा दी गई। जिससे जिला पंचायत को लगभग 8 से 10 करोड रुपए की हानि हुई है। जो घोर अनियमिताओं में शामिल है।

उन्होंने बताया कि, विगत बोर्ड बैठक में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा बताया गया है कि देहात की 56 कालोनियों में से मात्र 2 कालोनियों के मानचित्र स्वीकृत है। जिन कालोनियों से साठगाँठ की गयी है। जिला पंचायत सदस्यों ने बताया कि जिला पंचायत विकास द्वारा लगभग 8.50 करोड़ के बाडेड लाईटे लगाने के लिए टेण्डर किये गये। जिसमें अध्यक्ष जिला पंचायत द्वारा लगभग 50 प्रतिशत कमीशन लिया गया और लोकल लाईटें लगवा दी गयी। जिसमें अधिकतर लाईटें दो माह में ही खराब हो गयी।

सदस्यों ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये राजस्व की हानि अपने हित के पूर्ति के लिये की गयी है। जो घोर अनियमिताए है।। बताया कि, पुनीत कुमार पुत्र परमानन्द की नियुक्ति मृतक आश्रित कोटे के रूप में हुई थी। पुनीत कुमार को चतुर्थ श्रेणी पद पर तैनात करने के आदेश दिये गये। लेकिन इसके 15 दिन बाद ही जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी ने अपने हस्ताक्षर करके मोटी धनराशि लेकर पुनीत कुमार को लिपिक के पद पर तैनाती दे दी। जो कि घोर अनियमिता की श्रेणी में आता है। जो कि उसकी मुख्य फाइल देखकर पता लगाया जा सकता है।

शिकायत पत्र सौंप रहे जिला पंचायत सदस्यों ने अध्यक्ष गौरव चौधरी पर शिकायतों की झड़ी लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य सोनम विपिन भडाना, अश्वनी शर्मा, प्रदीप कुमार, सुनील कुमार, अरुणा भारती, सुमन शेखर, मुनेश जितेन्द्र, आदि रहे।

तीन साल बाद शुरू हुआ विरोध

जिला पंचायत के वर्तमान बोर्ड को तीन साल हो चुके हैं। लेकिन अभी तक एक बार भी किसी सदस्य ने जिला पंचायत अध्यक्ष के काम काज पर सवाल नहीं उठाए। लेकिन अब तीन साल पूरा होते ही जिला पंचायत सदस्यों में नाराजगी बढ़ती नजर आ रही है। ऐसे में साफ है कि अब गौरव चौधरी की आगे की राह आसान नहीं होने वाली है। इसका असर भविष्य में होने वाली बोर्ड बैठक पर भी पड़ेगा। हालांकि इस विरोध के पीछे विपक्षी पार्टियों के साथ ही भाजपा की भी अंदरूनी कलह को माना जा रहा है। क्योंकि गौरव चौधरी पर अब अब कुछ नेताओं को हाशिए पर रखते हुए मनमाने तरीके से काम करने के आरोप लग रहे हैं।

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