Thursday, June 19, 2025
Homeउत्तर प्रदेशMeerutसिर्फ कागजों में चल रहा यातायात माह

सिर्फ कागजों में चल रहा यातायात माह

  • शहर में दौड़ रहे अवैध ई-रिक्शा और डग्गामार वाहन बन रहे जाम का कारण।
  • चौराहों पर पुलिस तैनात, सरपट दौड़ते ओवरलोड वाहन।

शारदा न्यूज़, मेरठ। यातायात माह को एक सप्ताह हो गया। न तो व्यवस्था में कोई बदलाव है। न ही नियमों का पालन हो रहा है। नौसिखए वाहन चालक यातायात व्यवस्था को आईना दिखा रहे हैं। शहर की सड़कों पर दौड़ते डग्गामार वाहन और अवैध रूप से चल रहे ई-रिक्शों की वजह से जिले में जाम की समस्या लोगों के लिए नासूर बन गई है। मुख्य चौराहों पर पुलिस तैनात होने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा। रात होते ही ओवर लोड वाहन सरपट दौड़ रहे हैं। जो आये दिन बड़े हादसे को इशारा कर रहे हैं।

– इन चौराहों पर नहीं पुलिस का कोई खौफ

हापुड़ अड‍्डा, बागपत चौराहा, दिल्ली रोड, शारदा रोड, भूमिया का पुल, ब्रहमपुरी चौराहा, टीपीनगर, रोहटा रोड, श्यामनगर, गढ़ रोड, लालकुर्ती बेगमपुल, रोडवेज आदि चौराहों पर पुलिस तैनात रहती है। बावजूद उसके उक्त चौराहों पर जाम की समस्या लगना आम बात हो गई है। इन क्षेत्रों में बेलगामा दौड़ते ई-रिक्शा और डग्गामार वाहनों पर कोई शिकंजा नहीं कसा जाता। चौकाने वाली बात तो यह है कि शहर के इन मुख्य चौराहों पर पुलिस मौजूदगी में आंड़े तिरछे वाहन सड़कों पर खड़े कर दिए जाते हैं लेकिन किसी पुलिस का कोई खौफ नहीं। इससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि कहीं न कहीं चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मी डयूटी निभाने के साथ साथ अवैध उगाही में मशगूल रहते हैं। कहीं यही कारण तो नहीं शहर में जाम लगना।

 

Traffic

 

– रात 10 बजे के बाद शुरू हो जाता है ओवरलोड वाहनों का प्रवेश

रात के 10 बजे के बाद से ही शहर के प्रमुख मार्गों जैसे बागपत रोड से मलियाना, टीपीनगर की ओर जाने वाले ओवरलोड वाहन शहर की सड़कों पर प्रवेश करना आरम्भ कर देते हैं। यही स्थिति मवाना रोड और हापुड़ रोड व गढ़ रोड से शहर के अंदर की ओर आने वाली सड़कों पर देखी जा सकती है। रात होते ही ट्रैक्टरों पर ओवरलोड भूसे, धान से भरी ट्रालियां और बुग्गी व ट्रकों का आवागमन शुरु हो जाता है।

ओवरलोड ये वाहन पूरी सड़कों को अकेले घेरकर तेज स्पीड से चलते किसी हादसे को न्योता देने में लगे हैं। इन ओवरलोड वाहनों को ट्रैफिक पुलिस शहर में एंट्री के नाम पर अवैध वसूली करने में लगी है। शहर की सड़कों पर ऐसे प्रतिबन्धित ओवरलोड वाहन खुलेआम रात दस बजे से लेकर पूरी रात तक सरपट दौड़ते नजर आते हैं, लेकिन ओवरलोड इन वाहनो की बेरोकटोक एंट्री पुलिस की मर्जी से चलती है। वाहनों पर 10 फीट तक ऊंचाई तक सामान को लादकर ले जाया सकता है, लेकिन इसके विपरीत दस फीट से अधिक ऊंचाई तक सामान को वाहनों में लादकर रात के समय शहर में लाया जाता है। जिसके चलते कई बार बड़े हादसे इसके उदहारण हैं।

– बढ़ रहा मौतों का आंकड़ा

यातायात नियमों का पूरा ज्ञान न होने की वजह से भी सड़कों हादसों में इजाफा हुआ है। कम उम्र में कार और बाइक दौड़ा रहे युवा अपनी जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं साथ ही दूसरे को भी मौत के मुुंह में घसीट रहे हैं। यहीं वजह है कि सड़क हादसों में मारने वालों की संख्या हर साल औसतन से ज्यादा बढ़ रही है।

– सामाजिक संस्थाओं और जागरूक लोगों का सहारा लें पुलिस

आये दिन हो रहे भयंकर सड़क हादसों को रोकने के लिए यातायात पुलिस को सामाजिक संस्थाओं और जागरूक लोगों का सहारा लें ताकि युवा पीढ़ी को वाहन चलाते समय नियमों का पालन करने के प्रति जागरूक किया जा सकें। साथ ही लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई का प्रावधान बनाया जा सकें। क्यों कि शहर में दौड़ रहे अवैध और डग्गामार वाहन भी ज्यादातर हादसों का कारण बन रहा है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Recent Comments