सहायता मांगना ताकत की निशानी :पूनम देवदत्त
शारदा रिपोर्टर मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के दुर्गा भाभी हॉस्टल में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन का संयोजन चीफ वार्डन कार्यालय, विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग द्वारा मेंटल हेल्थ मिशन इंडिया के सयुंक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों के बीच मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना और यह समझ विकसित करना था कि मानसिक समस्याओं के समय सहायता लेना कमजोरी नहीं, बल्कि एक साहसिक और सकारात्मक कदम है।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता प्रो. पूनम देवदत्त रहीं, जिन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मानसिक समस्याओं से जूझते समय सहायता मांगना ताकत की निशानी है। उन्होंने बताया कि कई बार लोग गुस्से में, रोते हुए, या चिल्लाते हुए नजर आते हैं, लेकिन हमें यह नहीं पता होता कि वे अंदर से किन कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं। ऐसे समय में हमें केवल उनकी आलोचना करने के बजाय मदद का हाथ बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा, “हमारी एक मुस्कान किसी के चेहरे पर आशा लौटा सकती है, और किसी की जिदगी तक बचा सकती है।
प्रो. पूनम ने यह भी समझाया कि छोटी-छोटी समस्याओं को अनदेखा करना गलत है, क्योंकि यही छोटी बातें आगे चलकर बड़ी मानसिक समस्याओं का कारण बन सकती हैं। इसलिए जब भी कोई परेशानी हो, उसे दूसरों से साझा करें — क्योंकि साझा करने से मानसिक बोझ हल्का होता है और समस्याएं सुलझाने में आसानी होती है।
कार्यक्रम में काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट सोफिया ने एक प्रेरणादायक कहानी के माध्यम से छात्रों को यह संदेश दिया कि आशा को कभी नहीं खोना चाहिए। उन्होंने कहा हमें किसी भी अस्थायी परिस्थिति से अत्यधिक उम्मीद नहीं रखनी चाहिए, बल्कि खुद पर विश्वास बनाए रखना चाहिए। आत्मबल और सही मार्गदर्शन से हम हर प्रकार की निराशा को मात दे सकते हैं।
इस अवसर पर वार्डन सरु कुमार, सहायक वार्डन नाजिÞया तरन्नुम, निधि, आॅफिस सहायक नीति गर्ग, और पूनम सिंह उपस्थित रहीं। दुर्गा भाभी हॉस्टल की छात्राओं ने कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट सोफिया ने किया।