Thursday, June 26, 2025
Homeशहर और राज्यउत्तर प्रदेशमस्जिद ढहाने पर भड़के सांसद बर्क, यह हमारे हक और आस्था पर...

मस्जिद ढहाने पर भड़के सांसद बर्क, यह हमारे हक और आस्था पर हमला

रजा-ए-मुस्तफा मस्जिद ढहाए जाने पर सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क भड़क गए। कहा- यह सिर्फ एक मस्जिद नहीं थी, बल्कि हमारे हक, हमारी आस्था और संविधान की आत्मा पर हमला है।

  • बुलडोजर से मुसलमानों को डराया जा रहा।

संभल। रजा-ए-मुस्तफा मस्जिद ढहाए जाने पर सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क भड़क गए। कहा- यह सिर्फ एक मस्जिद नहीं थी, बल्कि हमारे हक, हमारी आस्था और संविधान की आत्मा पर हमला है। बुलडोजर का इस्तेमाल इंसाफ के लिए नहीं, बल्कि एक खास वर्ग को डराने और कुचलने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब यह सिलसिला मस्जिदों, दुकानों और घरों तक पहुंच गया है। देश में लाखों धार्मिक स्थल ऐसे होंगे, जो बिना नक्शे या अनुमति के बने हैं। क्या प्रशासन में इतनी हिम्मत है कि वह सब पर एक जैसा कानून लागू करे।

दरअसल, संभल नगर पालिका ने 2 दिन पहले यानी 24 जून को रजा-ए-मुस्तफा मस्जिद को ढहा दिया। प्रशासन का कहना है कि यह मस्जिद सरकारी जमीन पर बनाई गई थी। सांसद बर्क ने फेसबुक पर लिखा कि मैं पहले से कहता आया हूं कि बुलडोजर का इस्तेमाल इंसाफ के लिए नहीं हो रहा है। यह घटना मेरे लोकसभा क्षेत्र चंदौसी की है, जहां रजा-ए-मुस्तफा मस्जिद को सिर्फ इसलिए गिराया गया, क्योंकि वह अवैध निर्माण थी। कानून सबके लिए बराबर होना चाहिए। एक तरफ संरक्षण दिया जाता है, तो दूसरी तरफ मस्जिदों को गिराया जा रहा है। मैं तो कहना चाहता हूं कि मस्जिद के साथ-साथ किसी भी धर्म के धार्मिक स्थल को सियासत में डालकर नहीं तोड़ना चाहिए। बुलडोजर की यह राजनीति संविधान और न्यायपालिका दोनों का अपमान है। अगर सरकार और अफसर खुद ही जज बनकर फैसले सुनाएंगे, तो फिर अदालतों का अस्तित्व किस काम का? मैं इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाता रहूंगा। संविधान जिंदाबाद, हिंदुस्तान जिंदाबाद।

 

संभल प्रशासन के मुताबिक, लक्ष्मणगंज में साढ़े छह बीघा सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर मोहल्ले का नाम वारिस नगर रख दिया गया था। शिकायत मिलने के बाद प्रशासन ने जांच शुरू की, जिसमें यह जमीन नगर पालिका की पाई गई। इसी जमीन पर रजा-ए-मुस्तफा के नाम से मस्जिद बनाई गई थी। इसके अलावा 34 मकान बनाए गए हैं।

इसके बाद प्रशासन ने मस्जिद को खाली कराने के लिए 15 दिन का नोटिस दिया था। साथ ही मस्जिद के गेट पर ताला लगा दिया गया। 19 जून को नोटिस की अवधि समाप्त हो गई। 20 जून को प्रशासन ने मस्जिद गिराने की कार्रवाई शुरू कर दी थी। 21 जून को सुबह 8 बजे से मस्जिद गिराने का काम शुरू हुआ, जो शाम 7 बजे तक चला। इसके बाद 22 जून को फिर से सुबह 9 बजे से मस्जिद ढहाने का काम चला। अंतत: 24 जून को मस्जिद को पूरी तरह से गिरा दिया गया।

 

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Recent Comments