Thursday, June 26, 2025
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ईरान के इन परमाणु ठिकानों पर अमेरिका ने किया हमला

तेलअवीव ।अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला किया है। अमेरिकी वायुसेना ने बी-2 स्टील्थ बॉम्बर्स के जरिए ईरान के फोर्डो, इस्फहान और नतांज परमाणु ठिकाने पर बम बरसाए। अमेरिका का दावा है कि इस हमले में ईरान के परमाणु ठिकाने पूरी तरह ध्वस्त कर दिए गए हैं। ईरान की तरफ से भी हमले की पुष्टि हुई है, लेकिन इससे कितना नुकसान हुआ है, यह खुलासा नहीं हुआ है। यहां हम ईरान के उन तीनों परमाणु ठिकानों की तस्वीरें दिखा रहे हैं, जहां अमेरिका ने हमला किया है।

अमेरिका से पहले इजरायल ने भी ईरान के इन परमाणु ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। इजरायली हमले में इस्फहान और नतांज में नुकसान भी हुआ था, लेकिन जमीन के 250 फीट नीचे बने फोर्डो परमाणु सेंटर को नुकसान पहुंचाने के लिए इजरायल के पास कोई हथियार नहीं था। इसी वजह से ईरान को परमाणु बम बनाने से रोकने के लिए अमेरिका को हमला करना पड़ा। हालांकि, अमेरिका का कहना है कि इस हमले का इजरायल से कोई संबंध नहीं है।

फोर्डो फ्यूल एनरिचमेंट प्लांट

ईरान के फोर्डो फ्यूल एनरिचमेंट प्लांट को शहीद अली मोहम्मदी न्यूक्लियर फैसिलिटी के नाम से भी जाना जाता है। यह तेहरान से लगभग 95 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में कोम शहर के पास एक पहाड़ के अंदर 80-90 मीटर (लगभग 262-295 फीट) गहराई में बना हुआ है। यह ईरान का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण यूरेनियम संवर्धन केंद्र है, जो नतांज के बाद आता है। फोर्डो में मुख्य रूप से यूरेनियम को संवर्धित किया जाता है। यह प्रक्रिया यूरेनियम-235 की सांद्रता को बढ़ाने के लिए की जाती है, जो परमाणु रिएक्टरों के लिए ईंधन या संभावित रूप से परमाणु हथियारों के लिए इस्तेमाल हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के अनुसार, फोर्डो में लगभग 2,700 सेंट्रीफ्यूज (यूरेनियम को शुद्ध करने वाली मशीनें) कार्यरत हैं, जिनमें से 350 सेंट्रीफ्यूज 60% शुद्धता तक यूरेनियम संवर्धन करते हैं। 2023 में यहां 83.7% शुद्धता वाला यूरेनियम पाया गया था, जो 90% हथियार-ग्रेड स्तर से केवल एक कदम पीछे है।

फोर्डो में परमाणु हथियार बनाने की क्षमता

पश्चिमी खुफिया एजेंसियों और विशेषज्ञों का मानना है कि फोर्डो ईरान का प्राथमिक केंद्र हो सकता है, जहां संवर्धित यूरेनियम को परमाणु हथियार में बदला जा सकता है, यदि ईरान ऐसा निर्णय लेता है। इंस्टीट्यूट फॉर साइंस एंड इंटरनेशनल सिक्योरिटी के अनुसार, फोर्डो में हथियार-ग्रेड यूरेनियम का उत्पादन संभव है, और यह हर साल कम से कम दो परमाणु हथियार बना सकता है। ईरान दावा करता है कि फोर्डो में उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण है, जैसे कि चिकित्सा और ऊर्जा उत्पादन के लिए आइसोटोप बनाना। अन्तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा अभिकरण ने भी माना है कि इस प्लांट का डिजाइन और आकार शांतिपूर्ण उपयोग के लिए उपयुक्त नहीं है।

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