spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Wednesday, December 24, 2025
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Homeशहर और राज्यउत्तर प्रदेशCyber fraud: बुजुर्ग से 52 लाख हड़पे, निवेश के नाम पर दिया...

Cyber fraud: बुजुर्ग से 52 लाख हड़पे, निवेश के नाम पर दिया झांसा

-

16 बार किया गया ट्रांजैक्शन, पुलिस ने अकाउंट को फ्रीज कराकर जांच शुरू की


नोएडा। निवेश के नाम पर एक बुजुर्ग से 52 लाख रुपए की ठगी की गई। पीड़ित ने साइबर सेल में शिकायत की। ये रकम 16 बार में ट्रांसफर की गई। पुलिस ने अकाउंट को फ्रीज कराकर जांच शुरू की है। पीड़ित दीपांकर मुखर्जी एक सेवानिवृत्त अधिकारी है। सेक्टर-31 निठारी में रहते है। शिकायत में बताया कि ये पूरा प्रकरण 12 मार्च से 11 अप्रैल 2025 के बीच का है। जिसमें एचएसबीसी सिक्योरिटीज का प्रतिरुप बनाकर उनके साथ ठगी की गई।

उन्होंने बताया कि 12 मार्च 2025 को उनको एचएसबीसी लोगो वाले ( एचएसबीसी सिक्योरिटीज) ग्रुप से जोड़ा गया। जिसमें पहले से करीब 100 लोग जुड़े थे। समय-समय पर और लोग भी इस ग्रुप पर जोड़े जा रहे थे।

इस ग्रुप को सलाह दी गई और एनएसई और बीएसई पर स्टॉक पर बल्क डील या आईपीओ में निवेश करने के लिए कहा गया। ग्रुप की एडमिन अदिति अरोड़ा नाम की एक महिला थी। वहीं सलाहकार दीपेश जैन था। जाहिर है ये नाम इनके असली नहीं होंगे। जांच करने पर पाया गया कि ग्रुप में कथित एचएसबीसी सिक्योरिटीज का जो पंजीकरण बताया गया वो दीपेश जैन के नाम पर ही था। ऐसे में विश्वास हो गया। दीपेश अक्सर मुझे जानकारी देता है किस पर पैसा निवेश करना चाहिए। ग्रुप पर लोग मुनाफा का स्क्रीन शॉट तक डालने लगे। जिससे मुझे और विश्वास हो गया। यही नहीं इन लोगों ने मुंबई में आॅफिस का एड्रेस भी दिया ताकि पूरी तरह से इन पर विश्वास किया जा सके।

दिखाया गया आॅफर 30 प्रतिशत की छूट: इस ऐप पर 3 से 5 दिनों के अंदर विशेष कंपनियों के बड़े डिस्काउंट पर शेयर खरीद और बिक्री को दिखाया गया। जिसमें छूट की सीमा 30% की सीमा तक। हमे निवेश के लिए प्रेरित किया गया। इसके बाद हमने पैसा निवेश किया। ये पैसा अनीता मिश्रा ने ज्यादातर फळॠर और कटढर के जरिए ली। ये पैसा ऐप पर शो होता था। मुनाफा मिलने के बाद एक बार पैसा वापस मांगा तो वापस मुनाफे के साथ सेंड किया गया। इसके बाद कभी 50 हजार तो कभी दो लाख रुपए करके पैसा निवेश करता गया। ऐप पर मुनाफा भी दिखता रहा।

क्रेडिट स्कोर 100 प्रतिशत पर निकलेगा पैसा: मुनाफा की रकम दिखने के बाद पैसे वापस करने के लिए कहा तो ग्रुप की एडमिन ने कहा कि अभी क्रेडिट स्कोर 99 है। ये जैसे ही 100 हो जाएगा आप पैसा निकाल सकते है। जबकि ऐसा एक महीने में कभी हुआ ही नहीं। पैसा वापस करने का दबाव बनाया तो उन्होंने 5 लाख रुपए जमा करने के लिए कहा। मैने मना कर दिया। मैने उसको वॉट्सऐप चैट पर व्यस्त रखा और 16 अप्रैल को पुलिस से शिकायत की। ऐसे में मुझे ग्रुप से बाहर कर दिया गया। ट्रांजैक्शन का सिलसिला एक करीब महीने चला।

एक के बाद एक नए ग्रुप से जोड़ा

मुझे जल्द ही एडवाइजर अदिति अरोड़ा ने एक दूसरे वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ दिया। जिसमें बैंक खाते से पैसे ट्रांसफर करने के बारे में स्टेप बाई स्टेप जानकारी दी गई। इस ऐप पर भी एसबीसी का लोगो था। इसमें सिर्फ़ 3 सदस्य अदिति अरोड़ा, अनीता मिश्रा और मैं था। फिर एक तीसरा वॉट्सऐप बनाया गया और मुझे (एलसी06 ) एचएसबीसी डिपॉजिट सर्विसेज नाम से जोड़ा गया। इसे अनीता मिश्रा द्वारा प्रबंधित किया गया था। जिन्होंने दावा किया था कि वे डिपॉजिट सर्विसेज हैं। इसके बाद मुझसे ट्रेडिंग ऐप डाउनलोड कराया गया।

 

Related articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

4,000,000FansLike
100,000SubscribersSubscribe

Latest posts