– हथियारों की तस्करी में नाम बताकर पांच दिन डिजिटल अरेस्ट रखा।
नोएडा। साइबर ठगों ने महिला वकील को डिजिटल अरेस्ट कर लिया। ठगों ने हथियारों की अवैध तस्करी में आधार कार्ड का इस्तेमाल होने का डर दिखाया। जेल भेजने की धमकी दी। ठगों ने महिला से पांच बार में अलग-अलग खातों में तीन करोड़ 29 लाख 70 हजार रुपए ट्रांसफर करवाए।
जब महिला पर और रकम ट्रांसफर करने का दबाव बनाया जाने लगा, तब उसे ठगी की आशंका हुई। बेटे के कहने पर महिला ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने की पुलिस से की।
पुलिस ने तीन कथित जालसाजों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच कर शुरू कर दी। पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर-47 के डी ब्लॉक में रहने वाली 72 साल की महिला ने बताया कि वह उच्च न्यायालय में वकील थीं।
10 जून को महिला के लैंडलाइन नंबर पर एक कॉल आई। कॉलर ने महिला से कहा कि उसके आधार कार्ड और बैंक खाते का इस्तेमाल हथियारों की अवैध तस्करी, ब्लैकमेलिंग और जुआ में इस्तेमाल हुआ है। अनजान व्यक्ति ने खुद को जांच एजेंसी का कर्मचारी बताया।
जेल जाने का दिखाया डर
उसने महिला से यह भी कहा कि मामला संगीन होने के कारण उसे जेल जाना पड़ सकता है। बताया गया कि इस मामले में 25 अप्रैल को महिला के खिलाफ केस दर्ज हो चुका है। इसके बाद ठगों ने एक व्यक्ति का मोबाइल नंबर दिया और कहा कि मामले के संबंध में एनओसी उन्हें वही देंगे। इसके बाद ठगों ने वॉट्सऐप पर वीडियो कॉल की। बैकग्राउंड में एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में दिखा। पीछे का पूरा नजारा किसी वास्तविक थाने जैसा ही दिख रहा था। पूछताछ के क्रम में महिला के बैंक खातों और उसमें जमा राशि के बारे में जानकारी एकत्र की गई।
एफडी तुड़वाकर ट्रांसफर की रकम
इसके बाद महिला से कहा गया कि वह अपनी एफडी तुड़वा ले और सारी रकम ठगों द्वारा बताए गए खाते में ट्रांसफर कर दे। ठगों द्वारा यह भी वादा किया गया कि जांच के बाद पूरी रकम मूल खाते में वापस आ जाएगी।
रकम जांच के क्रम में ट्रांसफर करवाई जा रही है। महिला को लगा वह सच में बड़ी संकट में फंस गई है और पुलिस अधिकारी उसको केस से बाहर निकालने में मदद कर रहे हैं। झांसे में आने के बाद महिला ने ठगों द्वारा बताए गए खाते में पांच बार में करीब तीन करोड़ 30 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए।