– लगातार बढ़ रहे बंदरों के आतंक को रोकने के लिए लिया फैसला
– शहर में रोजाना बढ़ रही बंदरों के हमले की घटनाएं
प्रेमशंकर, मेरठ। शहर में बंदरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। आए दिन शहर के विभिन्न इलाकों में बंदर आम जनता को निशाना बना रहे हैं। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि आम जनता का घरों से निकलना दुश्वार हो गया है। अब नगर निगम वन विभाग के साथ मिलकर बंदरों को पकड़ने का अभियान शुरू करने जा रहा है।
– निगम के पास बंदरों का नहीं है रिकॉर्ड
नगर निगम के 90 वार्डों में रहने वाली आबादी इस समय बंदरों के खौफ में जी रही है। लेकिन विडंबना यह है कि इन इलाकों में बंदरों की कितनी संख्या है इसका कोई रिकॉर्ड निगम के पास उपलब्ध नहीं है। इसी को लेकर अब नगर निगम शहर में बंदरों की गिनती शुरू करने जा रहा है। गिनती होने के बाद खूंखार बंदरों की पहचान की जाएगी।
– वन विभाग की सूची से बाहर हो गया है बंदर
नगर निगम ने फिलहाल वन विभाग के साथ मिलकर बंदरों को पकड़ने का अभियान चलाने की तैयारी की है। लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि अब बंदर वन विभाग की उस सूची से हटा दिया गया है जो वन्य जीव संरक्षण की श्रेणी में आने वाले जानवरों का रिकॉर्ड रखती है। ऐसे में निगम किस बिनाह पर वन विभाग को साथ लेकर बंदरों की गिनती शुरू करने जा रहा है।
गुरुवार से नगर निगम वन विभाग के साथ मिलकर बंदरों को पकड़ने का अभियान शुरू करने जा रहा है। इसके लिए कुल चार टीमें बनाई जाएंगी जिससे वन विभाग और निगम के लोग शामिल होंगे। डा. हरपाल सैनी, पशुधन कल्याण अधिकारी नगर निगम मेरठ।