मेरठ। शुक्रवार को नगर निगम में सफाई कर्मचारियों को बढ़ा वेतन नहीं मिलने पर हंगामा हो गया। इस दौरान सफाई कर्मचारियों ने अस्थायी 2415 कर्मचारियों का ठेका लेनी वाली कंपनी को लेकर भी नाराजगी जताई। करीब दो घंटे बाद में मुख्य लेखाधिकारी ने कर्मचारियों को समझा-बुझाकर शांत किया।
अस्थायी सफाई कर्मचारी संघ अध्यक्ष दिनेश सूद ने बताया कि नगर निगम में श्रम कानूनों का उल्लंघन किया जा रहा है। नगर निगम मेरठ में सफाई श्रमिकों के 3367 पद स्वीकृत हैं, जिनमें समय-समय पर रिक्त होने वाले पदों पर विगत वर्षों में सफाई व्यवस्था में नियोजित 2415 सफाई श्रमिक रेगुलर (पक्का) होने के हकदार हैं।
शासनादेश का गलत मतलब निकालकर अस्थायी कर्मचारियों का टेंडर पूरा किया गया है। जबकि सफाई कर्मचारियों को पूरा वेतन भी नहीं मिल रहा है। इस दौरान पूर्व पार्षद टीसी. मनोठिया, विनोद कुमार, राघव प्रधान, विनेश विद्यार्थी, दीपक मनोठिया, रविंद्र बैरागी, नवीन गेहरा, सोनू बेनिवाल, दिनेश लोहरे, आकाश धवन व बंटी मौजूद रहे।