– दो-चार दिन ही चलता है अभियान, उसके बाद अफसर हो जाते हैं मौन
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। चाइनीज मांझे ने 22 साल के बेकसूर सुहेल की जान ले ली। ये पहला ऐसा मामला नहीं है जब चाइनीज मांझे से किसी बेकसूर की जान गई है। लगातार घटनाएं हो रही हैं लेकिन अफसर खामोश बैठे हैं। चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध होने के बावजूद प्रशासनिक अधिकारी इस पर लगाम नहीं लगा पा रहे हैं। जब कोई हादसा होता है तो दो-चार दिन चेकिंग चलती है लेकिन फिर से प्रतिबंधित मांझा बिकने लगता है।