Home Meerut होमगार्डों के हवाले चौराहे, जाम से कैसे मिले निजात !

होमगार्डों के हवाले चौराहे, जाम से कैसे मिले निजात !

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  • रोजाना चौराहों और बाजारों में रहती है ट्रैफिक व्यवस्था धड़ाम,
  • पुलिस प्रशासन नहीं उठा रहा कारगर कदम !

शारदा रिपोर्टर मेरठ। शहर जाम की समस्या का कोई हल नहीं निकल रहा है। शुक्रवार को भी शहर में जाम के कारण लोग परेशान रहे। यही नहीं कई जगह एंबुलेंस भी जाम में फंसी नजर आई। लेकिन हर रोज की इस परेशानी से बचने के लिए पुलिस प्रशासन कोई कारगर योजना बनाना तो दूर, उल्टे चौराहे अप्रशिक्षित होमगार्डस के हवाले कर दिए गए हैं। जिससे जाम की परेशानी कम होने के बजाए रोजाना बढ़ती ही जा रही है।

 

 

मेरठ पुलिस प्रशासन की लापरवाही से लोगों की जान पर भी बन आई है। जगह-जगह ट्रैफिक व्यवस्था सुधार के नाम पर कट बंद किए जाने और नो पार्किंग जोन बनाने आदि से जाम कम होने के बजाए और ज्यादा बढ़ गया है। हालात ये हैं कि अधिकांश चौराहे जाम से जूझ रहे हैं। इनमें वो चौराहे ज्यादा हैं, जिनमें सुधार के लिए पुलिस प्रशासन ने कार्ययोजना तैयार की है।

 

 

होमगार्ड संभाल रहे ट्रैफिक की कमान : शहर की ट्रेफिक व्यवस्था संभालने के लिए हर चौराहे को सीसीटीएनएस से लैस किया था। लेकिन अधिकांश चौराहों पर लाल बत्ती बंद रहती हैं। जेल चुंगी चौराहा पर तो कई माह से यह लाइटें बंद पड़ी हुई हैं, लेकिन इन्हें देखने वाला कोई नहीं है। ऐसे में ट्रैफिक व्यवस्था को देखने के लिए ट्रैफिक पुलिस के प्रशिक्षित सिपाहियों के बजाए अधिकांश चौराहों पर होमगार्डस के हाथों में कमान दी हुई है। इनके कारण जाम और ज्यादा लगता है।

 

प्रधानाचार्यों के साथ की बैठक

मेरठ। शहर में बढ़ते ट्रैफिक को लेकर हर कोई परेशान है। लेकिन, जब स्कूली बच्चों की छुट्टी होती है तो पूरा वेस्ट एंड रोड़, मंदिर रोड़, शिव चौक, सोफिया और सेंट मैरी जैसे स्कूल और आसपास का इलाका घंटे के लिए जाम हो जाता है। जिसमें निकालना किसी टेढ़ी खीर से काम नहीं। इसी बात को देखते हुए एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्रा ने शुक्रवार को वेस्ट एंड रोड के स्कूल संचालकों से वार्ता की और सभी को अपने स्कूल के समय में 10-10 मिनट के अंतराल की बात कही। एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्रा ने कहा कि अगर स्कूल के संचालक अपने स्कूल की छुट्टी में 10 से 15 मिनट का अंतराल कर लेंगे तो काफी हद तक जाम की समस्या का निदान हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि जितने भी बड़े वाहन हैं, यानी स्कूल बसें, आॅटो और ई रिक्शा वह टैंक चौराहे से होते हुए बेगम पुल की तरफ निकलेंगे। ताकि, सोफिया के आसपास होने वाला जाम लोगों को परेशान ना करें। बता दें कि, वेस्टर्न रोड पर करीब एक दर्जन स्कूल है और इन सभी स्कूलों की छुट्टी का समय भी एक ही है।जिसके चलते यहां जाम के झाम से लोगों को रोजाना ही दो-चार होना पड़ता है। जबकि, इस दौरान जब बाहरी वाहन भी इस रोड पर आ जाते हैं तो स्थिति और भी ज्यादा भयंकर हो जाती है। जिस कारण यहां से निकालने में स्कूली बच्चों और अभिभावकों को घंटे का समय लगता है।

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