– कमिश्नरी चौराहे पर संयुक्त गुर्जर परिसंघ के बैनर तले किया प्रदर्शन, की निष्पक्ष कार्रवाई की मांग।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। शुक्रवार को गुर्जर समाज के लोगों ने कमिश्नरी चौराहे पर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन कमिश्नर कार्यालय पर सौंपते हुए बताया कि, अब गुर्जर समाज में भाजपा सरकार के प्रति जबरदस्त आक्रोश पनप रहा है।
संयुक्त गुर्जर परिसंघ के संयोजक, संजीव प्रधान ने बताया कि, गुर्जर एक क्रांतिकारी राष्ट्रभक्त कौम है और देश की खुशहाली और विकास के लिए सभी 36 बिरादरियों के साथ आपसी सदभाव और भाईचारा बनाकर रखते है।

उन्होंने कहा कि, दादरी पंचायत में शामिल लोग शांतिपूर्वक तरीके से वहां अपनी मांग रखने के लिये पुलिस प्रशासन के उच्चअधिकारियों को मौके पर बुलाना चाहते थे। जबकि, पुलिस खुद ज्ञापन दिलाने के बहाने उन्हें गाड़ी में बैठाकर ले गई, पुलिस को उन्हें जेल भेजने के बजाय शाम तक आंशिक गिरफ्तारी दिखाकर छोड़ देना चाहिए था। जबकि, शरारती और असामाजिक तत्वों के साथ कार्रवाई करनी थी। इस तरह पुलिस की जल्दबाजी की कार्रवाई से हमारा सामाजिक रूप से और भाजपा का राजनीतिक रूप से बहुत बड़ा नुकसान होने जा रहा है।
गुर्जर सभा के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने बताया कि, गुर्जर समाज विगत सभी चुनावो मे एक तरफा भाजपा को वोट करता आ रहा है। सरकार की लेकिन, इस तरह की कार्रवाई करना और राजनीतिक रूप से गुर्जर समाज के लोगों को उचित हक और मान सम्मान न दिए जाने से गुर्जर समाज आहत है और अपने आप को ठगा समझ रहा है।
वहीं, अखिल भारतीय गुर्जर विकास मंच के अध्यक्ष जगदीश सिंह ने कहा कि, आज गुर्जर अपने हक और अधिकार के लिए पूरी तरह जागरूक है भाजपा के प्रति हमारे गुर्जर समाज में अंदरुनी काफी आक्रोश पनप रहा है अगर यही स्थिति चलती रही तो गुर्जर भाजपा से पूरी तरह से किनारा करने लगेगा।
हमारे सभी सामाजिक संगठन और जिम्मेदार लोग समाज के वर्तमान सम्मान के लिए पूरी तरह संगठित है देश के क्रांतिकारी बलिदानियों और समाज सुधारक हम सभी के लिए आदरणीय और प्रेरणा स्रोत होते हैं।
संयुक्त गुर्जर परिसंघ की ओर से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम प्रेषित ज्ञापन में मांग की गई है कि, देश में कहीं भी गुर्जर सम्राट मिहिर भोज प्रतिहार और दूसरे समाज के महापुरुषों और क्रांतिकारियों की प्रतिमाओं से उनका भी नाम नहीं हटाया जाना चाहिए। जबकि, दादरी-पंचायत प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई जाये और गिरफ्तार कर जेल भेजे गए सभी निर्दोष व्यक्तियों को शीघ्र रिहा किया जाए।
इस प्रदर्शन में क हभजगदीश पुट्ठा, प्रमुख नितिन कसाना, प्रदीप पार्षद, पप्पू पार्षद, जितेंद्र ठेकेदार, नवाब लखवाया, आदित्य, सुमित प्रधान, प्रवीण प्रधान, डॉ दीपक मोरल, अश्वनी, गीरेंद्र प्रधान, अहलकार नागर आदि रहे।
गुर्जर नेता भोपाल सिंह हाउस अरेस्ट
संयुक्त गुर्जर परिसंघ के नेता भोपाल सिंह गुर्जर को शुक्रवार को उनके आवास पर हाउस अरेस्ट कर लिया गया। वे दादरी पंचायत प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन देने जा रहे थे। परिसंघ दादरी पंचायत प्रकरण की निष्पक्ष जांच और गिरफ्तार किए गए निर्दोष लोगों की तत्काल रिहाई की मांग कर रहा है। संगठन का मानना है कि इस घटना से गुर्जर समाज को काफी नुकसान हुआ है। इससे पहले, गंगानगर में संयुक्त गुर्जर परिसंघ की कार्यकारिणी और समाज के जिम्मेदार सदस्यों की एक बैठक हुई थी।

इस बैठक में संगठन के सभी सदस्यों ने दादरी पंचायत प्रकरण की घटना की निंदा की थी। भोपाल सिंह गुर्जर को उनके पांचली खुर्द स्थित आवास, थाना जानी खुर्द क्षेत्र में जानी पुलिस ने हिरासत में लिया। उन्हें मेरठ कमिश्नरी पर शांतिपूर्वक ज्ञापन देने से रोका गया।


