- देहात में पड़े ओले, विद्युत आपूर्ति हुई ठप,
- पचास करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। बुधवार रात आंधी, बारिश ने कहर बरपाया। अचानक ही शाम 7.30 बजे तेज धूलभरी आंधी चलने लगी। लोगों ने शाम के वक्त ही वाहनों की हेडलाइट जलानी पड़ी। चारों तरफ अंधेरा छा गया। इसी बीच मवाना में सबसे पहले बारिश शुरू हुई। बारिश के साथ वहां ओले गिरने लगे। देहात में तेज बारिश होने लगी।
शहर में भी घना अंधेरा छा गया। धूलभरी आंधी, तेज हवाएं चलने के कारण जगह-जगह पेड़ गिर गए। यूनिपोल गिर पड़े। बिजली के खंभे भी गिरे। कई मकानों की दीवारें गिर गईं। वहीं 3 लोगों की तूफान में हादसे के कारण मौत हो गई।
तेज बारिश के कारण पूरा शहर जलमग्न हो गया। शहरभर की बिजली चली गई। रात भर पीवीवीएनएल की टीम जगह-जगह जाकर बिजली सप्लाई चालू करने में लगी रही। इसके बावजूद शहर अंधेरे में डूबा रहा।
दीवार गिरी, मजदूर की दबकर हुई मौत: देर-रात तेज आऐ आंधी-तूफान से मोदीपुरम फ्लाईओवर के पास बने कजरिया शोरूम के बाहर खड़ी दीवार अचानक से गिर गयी । दीवार के गिर जाने से उसके नीचे एक मजदूर दब गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पूरी रात मजदूर का शव दीवार के नीचे ही दबा पड़ा रहा गुरुवार की सुबह जब सर्विस रोड से शोरूम के पास कुछ लोग निकल कर जा रहे थे, तो उन्होंने दीवार के नीचे दबे पड़े शव को देखा और इसकी सूचना थाना पुलिस को दी।
सूचना मिलने पर थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और पास में पड़े मृतक मजदूर के मोबाइल जो कि टूट चुका था। उसके सिम को निकाला और अपने सिम में डालकर कॉल करें। इसके बाद उसकी पहचान बिहार के रहने वाले मजदूर मंसूर के रूप में हुई।
जानकारी मिली कि मजदूर मंसूर मोदीपुरम कोणार्क कॉलोनी मैं जैन नाम के व्यक्ति के मकान पर कार्य कर रहा था और कल रात वह काम खत्म करने के बाद जा रहा था जब उसके साथ यह हादसा हुआ। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है और मोर्चरी के लिए भिजवा दिया है मृतक मंसूर मूल रूप से बिहार का रहने वाला है।
तूफान से डॉक्टर, मूर्तिकार और किसान की मौत: आंधी, तूफान के कारण जिले में 3 लोगों की मौत हो गई। दौराला के रुहासा निवासी अमित कुमार अपने बेटे विहान के साथ बाइक से घर लौट रहे थे। अचानक उनकी बाइक पर पीपल का बेहद पुराना पेड़ गिर गया। पेड़ गिरने के कारण बाइक के नीचे अमित दब गए। जबकि बेटा विहान कूदकर बाहर निकल आया। अमित ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। अमित किसान थे। दूसरी मौत लिसाड़ी गेट निवासी मृर्तिकार नासिर की हुई। नासिर स्कूटी से अपने घर लौट रहा था। अचानक उसकी स्कूटी पर पोल गिर गया। पोल के नीचे नासिर स्कूटी सहित दब गया। पूरी स्कूटी चकनाचूर हो गई। लोगों ने नासिर को किसी तरह पोल के नीचे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वहीं तीसरी मौत डॉ. सुबहान सैफी की हुई है। लिसाड़ी गेट चमन बिहार कालोनी निवासी डॉ. सुबहान कार से देहरादून से मेरठ आ रहे थे। मोदीपुरम रुढ़की रोड पर अचानक कार के ऊपर यूनिपोल गिर गया। 25 साल के डॉ. सुबहान के साथ कार में उनके मामा डॉ. अनस और दोस्त साबिर भी था। मामा और दोस्त घायल हुए डॉ. सुबहान बुरी तरह दब गए। उनको किसी तरह कार से निकालकर परिजन सुशीला जसवंत राय अस्पताल लेकर आए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
रात में आंधी-बारिश से राहत, सुबह मौसम रहा नम
मेरठ सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बुधवार रात आई आंधी और बारिश ने मौसम को तो सुहाना बना दिया, लेकिन किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें छोड़ दी हैं। गुरुवार सुबह तक इसका असर बना रहा। तेज हवाओं और हल्की बूंदाबांदी से मौसम में नमी आ गई और गर्मी से राहत महसूस की गई।
पिछले कई दिनों से झुलसाने वाली गर्मी से परेशान लोगों के लिए यह राहत भरा बदलाव रहा, लेकिन खेतों में बेल वाली सब्जियों और आम की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है।
खेतों में लगी सब्जियों की फसल आंधी तूफान से गिर गई या सब्जियां काफी टूट गईं हैं। यही नहीं शहर से लेकर देहात तक सैकड़ों पेड़ उखड़कर सड़क पर जा गिरे। कई स्थानों पर यातायात भी प्रभावित हुआ।
अगले कुछ दिन ऐसा रहेगा मौसम
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यू.पी. शाही के अनुसार, 25 मई तक मौसम में ऐसे ही उतार-चढ़ाव बने रहेंगे। कहीं तेज हवा, तो कहीं हल्की बारिश की संभावना है। रात की बारिश के चलते गुरुवार सुबह तक वातावरण में नमी बनी रही। कई इलाकों में सूरज बादलों में छुपा रहा और मौसम बदला-बदला नजर आया।
मवाना रोड पर पलटे दो ट्रक
बुधवार रात आयी आंधी में मवाना रोड़ पर सैनी से पहले पेपर मिल के पास खड़े दो ट्रक सड़क से नीचे खाई में पलट गए। जिस समय ट्रक पलटे उसमें चालक या क्लीनर मौजूद नहीं था। जिस कारण बड़ा हादसा होने से टल गया।
आपदा में भी ढूंढा अवसर
एक तरफ आंधी जहां तबाही का मंजर लेकर आई और कई घरों में चूल्हे तक नहीं जले। वहीं बड़ी संख्या में लोग सवेरे ही हाथों में कुल्हाड़ी और दांव लेकर निकल पड़े। इन लोगों ने सड़क किनारे गिरे पेड़ों को काटकर ले जाना शुरू कर दिया। इसमें पुरुषों के साथ ही महिलाएं और बच्चे भी थे। ये लोग वो लोग हैं, जिनके यहां अभी भी लकड़ी के चूल्हे पर खाना बनता है और इन्होंने इस आपदा में अपने यहां र्इंधन की व्यवस्था कर ली।
मेरठ: स्कूटी सवार पर गिरा यूनिपोल, दर्दनाक मौत।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। बुधवार रात में आई तेज आंधी-बारिश ने शहर से लेकर देहात तक तबाही मचाई, जहां लालकुर्ती इलाके में एक यूनिपोल कार पर गिर गया जिसके चलते कार क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं ब्रह्मपुरी क्षेत्र की नूरनगर पुलिया पर एक स्कूटी सवार पर यूनिपोल गिरने से उसकी दर्दनाक मौत हो गई। करीब 30 मिनट आई तेज आंधी ने नगर निगम लापरवाही की पोल खोल दी। जहां यूनिपोल की मजबूती के सभी दावे खोखले निकले। नगर निगम की लापरवाही ने एक मूर्तिकार की जिंदगी को लील लिया।
मेरठ में आई तेज आंधी-बारिश ने शहर से लेकर देहात तक तबाही मचाई, तेज आंधी के चलते लालकुर्ती इलाके में एक यूनिपोल एक कार पर गिर गया। इस दौरान कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं ब्रह्मपुरी क्षेत्र की नूरनगर की पुलिया पर एक स्कूटी सवार पर यूनिपोल गिरने से स्कूटी सवार की उपचार के दौरान दर्दनाक मौत हो गई। लोहिया नगर थाना क्षेत्र की जाकिर कॉलोनी का रहने वाला नासिर मूर्ति बनाकर अपने परिवार का पालन पोषण करता था। वह टीपी नगर के मलियाना स्थित अपने कारखाने से लिसाड़ी गेट की मदीना कॉलोनी जा रहा था। जब नासिर अपनी स्कूटी लेकर नूर नगर की पुलिया पर पहुंचा तभी अचानक यूनिपोल उसकी स्कूटी पर गिर पड़ा इसकी चपेट में आने से नासिर गंभीर रूप से घायल हो गया था, आसपास के लोगों ने उसे निकट मौजूद एक डॉक्टर को दिखाया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिसके बाद उसके परिवार वालों में कोहराम मच गया।
परिवार के लोगों ने बताया कि नासिर मूल रूप से जाकिर कॉलोनी गली नंबर 26 का रहने वाला है, फिलहाल वह मदीना कॉलोनी में किराए का मकान लेकर अपनी पत्नी व 5 साल के बेटे और 3 साल की बेटी के साथ रह रहा था। हालांकि, पुलिस ने उसके पोस्टमार्टम से इनकार कर दिया है। वही नासिर की मौत के बाद उसके परिवार वालों में कोहराम मचा हुआ है।