- बच्चा पार्क पर किया जमकर प्रदर्शन।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। नगर निगम द्वारा हाउस टैक्स बढ़ोतरी के नाम पर 12.50 प्रतिशत बढ़ोतरी किए जाने के विरोध में सोमवार को बच्चा पार्क पर प्रदर्शन किया। लेकिन इस दौरान किसी बात को लेकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गए। जिसके बाद वहां धक्का-मुक्की शुरू हो गई। हालांकि, इस दौरान सपा के वरिष्ठ नेताओं ने आपस में उलझ हुए कार्यकतार्ओं को बामुश्किल शांत कराया। लेकिन सपा कार्यकतार्ओं का यह नजारा चचार्ओं का विषय बना हुआ हैं। वहीं, हंगामा बढ़ता देख मौके पर पहुंची पुलिस ने सपा कार्यकतार्ओं को मौके से हटवाया। लेकिन जब कार्यकतार्ओं ने पुलिस की बात नहीं सुनी तो धक्का-मुक्की शुरू हो गई।
सोमवार को विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर सपा कार्यकतार्ओं ने बच्चा पार्क पर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने मांग करते हुए कहा कि, उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर उत्तर प्रदेश नगर विकास अनुभाग एक एवं 11 द्वारा उत्तर प्रदेश के समस्त नगर निगम एवं स्थानीय निकायों में गृहकर बढ़ोतरी के नाम पर 12.5 प्रतिशत एवं जलकर में 8प्रतिशत तथा सीवर कर में 6प्रतिशत की बढ़ोतरी करके जनता के ऊपर बोड़ा डालने का कार्य किया गया है। जिससे प्रदेश के स्थानीय निकायों में विशेषकर नगर निगम क्षेत्र में निवास करने वाले गरीब मजदूर, अल्पसंख्यक, दलित एवं पिछड़ा सामान्य वर्ग के गरीब लोगों के ऊपर टैक्स का बोझ डालकर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का कार्य किया जा रहा है।
जबकि, स्वकर के नाम पर फॉर्म भरकर जमा करने एवं हाउस टैक्स के लिपिकों यह कर निरीक्षक हाउस टैक्स एआरवी कम करने के नाम पर लूटने का लाइसेंस प्रदान कर रहे है। उन्होंने कहा कि, नगर आयुक्त एवं मुख्य कर निर्धारण अधिकारी सीटीओ को खुली लूट करने का लाइसेंस प्रदान किया गया है, जिससे जनता में हाहाकार मचा है। इसलिए सपा कार्यकर्ता आयुक्त अपर नगर आयोग सीटीओ मुख्य कर निर्धारण अधिकारी का मजबूती के साथ घेराव कर आम जनता को बड़े हुए टैक्स की दरें कम करने की मांग कर रहे हैं।
प्रदर्शन कर रहे कार्यकतार्ओं ने नगर निगम द्वारा जीआईएस सर्व के आधार पर की गई बढोत्तरी को तत्काल वापस लेने। नगर निगम द्वारा महानगर की जनता पर लगाए गए अनाप-शनाप गृह कर के बिल को वापसी देने। मेरठ की सीमावर्ती सभी धार्मिक स्थलो, श्मशानघाट, कब्रिस्तान, धर्मशाला, स्कूल और कॉलेज को हाउस टैक्स सीवर टैक्स जलकर से मुक्त रखे जाने आदि की मांग की।