जलभराव होने से फैल रही गंदगी और बीमारियां
नालों में अभी भी गंदगी दिखा रही निगम अधिकारियों को आइना
शारदा रिपोर्टर मेरठ। पिछले कई सालों बाद सावन मास में शिवरात्रि के पर्व पर ऐसी बारिश हुई कि, इस बारिश ने पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। शिवभक्त नालों के गंदे पानी से निकलने के लिए मजबूर दिखाई दिए। वहीं, स्थिति बिगड़ती देख खुद कमिश्नर ऋषिकेश यशोदा भास्कर और डीएम डा वीके सिंह को सड़कों पर उतरना पड़ा। तब जाकर अधिकारियों को अहसास हुआ कि, शहरवासी आखिर इस गंदगी में रहते कैसे होंगे।
बुधवार हुई झमाझम बारिश के बाद शहर के कई इलाकों में जलभराव और गंदगी की समस्या बढ़ गई है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। विशेष रूप से निचले इलाकों में जलभराव के कारण, गंदगी फैल रही है और मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे डेंगू और अन्य बुखारों का खतरा बढ़ गया है। बारिश के कारण कई इलाकों में पानी भर गया है, जिससे सड़कों और खुले स्थानों पर गंदगी जमा हो गई है।
जबकि जलजमाव के कारण मच्छरों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे डेंगू और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। गंदगी और पानी जमा होने से संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका बढ़ गई है। जिसको देखते हुए सावधानी बरतने और आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है। नगर निगम को तुरंत सफाई अभियान चलाकर जलभराव वाले क्षेत्रों से गंदगी हटानी चाहिए। जबकि, मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए प्रभावी एंटी लार्वा छिड़काव करना चाहिए।
वहीं, लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक करना चाहिए और बीमारियों से बचने की जरूरत है। बारिश से शहर के निचले इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन गई है। सड़क किनारे बने खत्तों में गंदगी फैली हुई है। जिसके चलते बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। जलभराव के चलते मच्छरों के पनपने की स्थिति बन गई है। अगर नगर निगम ने एंटी लार्वा छिड़काव व सफाई पर जोर नहीं दिया तो डेंगू और जानलेवा बुखार के मामले और बढ़ सकते हैं।
शहर में मोहकमपुर, देवलोक कालोनी के आसपास, मेजर ध्यानचंद नगर, माधवपुरम, बागपत रोड से जुड़े मोहल्ले चंद्रलोक कालोनी, साबुन गोदाम, मलियाना, शेखपुरा में सड़क और गलियों मे कहीं-कहीं जलजमाव हो गया है। इन क्षेत्रों में एंटी लार्वा छिड़काव भी नहीं किया गया है। वहीं, बारिश के चलते सड़क किनारे पड़ने वाले खत्तों पर भी गंदगी व दुर्गंध व्याप्त है। कंकरखेड़ा मार्शल पिच व दिल्ली रोड के करीब मंगतपुरम में कूड़ा डंप है। न तो खत्तों के आसपास और न ही डंप कूड़े के आसपास एंटी लार्वा का छिड़काव किया गया है।
लोहिया नगर के हालात बद से बद्तर
हापुड़ रोड किनारे लोहिया नगर डंपिग ग्राउंड के बाहर सड़क किनारे ही नगर निगम की कूड़ा गाड़ियां कूड़ा पलट रही हैं। बारिश से सड़क किनारे जलजमाव भी हो गया है। इससे मच्छर पनप सकते हैं। यहां कूड़े का पहाड़ लगा हुआ है। हालांकि कूड़ा निस्तारण प्लांट चलाया जा रहा है। लेकिन नगर निगम ने कूड़े के पहाड़ पर कल्चर व एंटी लार्वा छिड़काव अभी तक नहीं कराया है। बता दें कि बारिश से शहर के निचले इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन गई है। सड़क किनारे बने खत्तों में गंदगी फैली हुई है। जिसके चलते बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
लाखों रुपए साफ फिर भी नाले रह गये गंदे
बरसात से पहले शहर के नालों को साफ करने के लिए हर बार नगर निगम नालों को साफ करने और शहर में कहीं भी जलभराव नहीं होने देने का दावा करता है, लेकिन निगम अधिकारियों का यह दावा हर बार बारिश में धुल जाता है। इस योजना के तहत 36 नालों को लिस्ट में शामिल किया गया है। टारगेट है कि बरसात से पहले इन नालों को पूरी तरह साफ कर दिया जाएगा। इसके लिए बकायदा शहर के नालों की स्थिति का सर्वे कराकर ठेके पर सफाई का काम दिया गया। ताकि इन नालों के आसपास के क्षेत्र से जुड़े क्षेत्रों में बरसात के बाद जलभराव की समस्या न हो। लेकिन, बुधवार हुई बारिश के बाद नगर निगम अधिकारियों का रह दावा बारिश में धुला हुआ दिखाई दिया।
कांवड़ शिविरों के बाद फैली गंदगी
कांवड़ यात्रा तो समाप्त हो चुकी है। लेकिन सड़कों पर कल की बारिश के बाद फैली गंदगी शहर की बदहाल व्यवस्था को दर्शा रही है। कांवड़ मार्ग पर जहां भी शिविर लगे थे, उनके आसपास गुरूवार को भारी गंदगी नजर आई। इस गंदगी के बीच आवारा पशुओं के जमावड़े ने मुसीबत को और ज्यादा बढ़ा दिया। बुधवार को तो तेज बारिश से हुए जलभराव ने इस गंदगी को ढक दिया था। लेकिन बुधवार शाम से ही यह सड़कों पर साफ नजर आने लगी। गुरूवार को उम्मीद थी कि नगर निगम द्वारा विशेष अभियान चलाकर इसे साफ कराया जाएगा, लेकिन निगम अधिकारी पूरी तरह आंख बंद किए बैठे रहे और गंदगी सड़कों पर पसरी रही।