मेरठ – भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के भारत में बांग्लादेश जैसे हालात बताने का विवादित बयान देने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस बयान के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन (अटल) ने राकेश टिकैत के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
भारतीय किसान यूनियन (अटल) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित चौधरी ने अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पंचम का दरवाजा खटखटाया और 173/4 में कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है।
कोर्ट नें पुलिस को किया तलब, मांगी रिपोर्ट
कोर्ट ने प्रार्थना पत्र पर संज्ञान लेते हुए सिविल लाइन थाने से रिपोर्ट तलब की है और सुनवाई के लिए 27 सितंबर की तारीख नियत कर दी है। अमित चौधरी के अधिवक्ता पीतम सिंह ने बताया कि राकेश टिकैत के उस विवादित बयान की वीडियो, अखबारों में छपी खबरे व अन्य सुबूत भी प्रार्थनापत्र के साथ दिए गए हैं।
क्या था राकेश टिकैत का विवादित बयान
आपको बता दें कि 1 महीने पहले (20अगस्त) राकेश टिकैत ने भारत में बांग्लादेश जैसे हालात होने का बयान दिया था और ये भी कहा था कि दिल्ली में हजारों ट्रैक्टरों से पहुंचे किसान यदि लाल किले की बजाय पार्लिंमेंट पहुंच जाते तो बहुत कुछ बदल जाता, हमसे चूक हो गई थी ये।इसी बयान को लेकर राकेश टिकैत विवादों के घेरे में फंस गए।
प्रेस वार्ता के दौरान भाकियू (अटल) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित चौधरी नें बताया कि उन्होंने पुलिस और प्रशासन का कई बार दरवाजा खटखटाया, लेकिन राकेश टिकैत के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसलिए मजबूरन अब कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि कोर्ट की अगली सुनवाई (27 सितम्बर) के दौरान क्या फैंसला निकलकर सामने आता है।