– भीम आर्मी ने डीएम ऑफिस में ज्ञापन देते हुए उठाई दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। भीम आर्मी जय भीम संगठन ने दलितों पर बढ़ते अत्याचारों के विरोध में सोमवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। संगठन ने विभिन्न मामलों में दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए एक ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी सौंपा।
उन्होंने देश में दलितों के खिलाफ हो रहे अपराधों के आरोपियों को अधिकतम सजा देने की अपील की।संगठन ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने वाले व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और अधिकतम सजा की मांग की।
इसके अतिरिक्त, हरियाणा के एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी की कथित साजिश के तहत हत्या के मामले में सभी साजिशकतार्ओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई और अधिकतम सजा की अपील की गई। ग्वालियर में संविधान निमार्ता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के अपमान के मामले में अनिल मिश्रा नामक व्यक्ति के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की मांग की गई।
उन्होंने कहा कि लखनऊ में दलित छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के दोषियों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई और अधिकतम सजा की मांग की गई। रायबरेली और बरेली में दलित युवतियों के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामलों में दोषियों को कठोरतम सजा देने के लिए कहा।
संभल में दलित व्यक्ति की हत्या के आरोपियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई और अधिकतम सजा की अपील की गई। हरियाणा के हिसार जिले के मिर्ज़ापुर कांड में दलितों को पलायन करने और उनके घरों को जलाने वाले आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की गई। राजस्थान में दलितों को घोड़ी पर चढ़ने से रोकने और जातिगत उत्पीड़न पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग भी ज्ञापन में शामिल थी।
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में दलित युवक जगदीश चंद्र की हत्या के आरोपी को कठोर कार्रवाई और अधिकतम सजा देने की मांग की गई। उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले दलितों को स्थायी निवासी का दर्जा देने और स्थायी मकान बनाने जैसी समस्याओं के समाधान की भी मांग की गई। बिहार के नवादा जिले में दलितों के 80 घर जलाने वाले आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की गई।