महाकुंभ पर विपक्षी हमले का सीएम योगी ने दिया जवाब
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र मंगलवार को हंगामे के साथ शुरू हो गया। बुधवार को नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने विधानसभा की भाषा में अंग्रेजी जोड़े जाने पर आपत्ति जताई। महाकुंभ की आलोचना पर योगी ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा।
योगी ने कहा कि इस प्रकार के गैर जिम्मेदाराना बयान सपा, कांग्रेस, आरजेडी और टीएमसी के नेताओं द्वारा सनातन के सबसे बड़े आयोजन के प्रति दिए गए। योगी ने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि क्या सनातन के आयोजन के साथ जुड़ना क्या अपराध है। अगर ये अपराध है तो हमारी सरकार ये करती रहेगी। उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में क्रिकेटर मोहम्मद शमी ने भी स्नान किया। आस्था के साथ जो आए उनका स्वीकार किया गया। जो चिढ़ाने आया उसे दुत्कार कर भगा दिया गया। हम इस बात को मानते हैं कि संक्रमित व्यक्ति का उपचार किया जा सकता है, संक्रमित सोच का नहीं।
माता प्रसाद पांडेय के सवाल के विषय में योगी ने कहा कि ये समाजवादी संस्कार हैं कि हर अच्छे कार्य का विरोध करना है। उन्होंने कहा कि हिंदी इस सदन की भाषा है। योगी ने कहा कि हिंदी को तो हटाया नहीं गया। भोजपुरी, अवधी हो या बृज हो इनकी दूसरी कोई लिपि नहीं है। देवनागरी ही इनकी लिपि है। समाजवादियों के बारे में मान्यता है कि जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद भी करते हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब विपक्ष के सदस्य अपनी बात कह रहे थे। जो लोग 29 जनवरी की एक भगदड़ के शिकार हुए थे, उनके प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। सोनभद्र, अलीगढ़ जिनका भी जिक्र आपने किया जो सड़क दुर्घटना के शिकार हुए। हमारी संवेदनाएं उनके साथ हैं। सरकार उनके साथ खड़ी है। लेकिन इस पर राजनीति करना कितना उचित है। मैं धन्यवाद दूंगा मनोज पांडेय जी का जिन्होंने उन अफवाहों का उल्लेख किया कि कैसे काहिरा और नेपाल के वीडियो को कुंभ का बताने की कोशिश की गई।
लगाके आग बहारों की बात करते हैं
जिन्होंने रात में चुन-चुनकर बस्तियों को लूटा
वही नसीबों के मारों की बात करते हैं।