- बाबा साहेब पर टिप्पणी के विरोध में भीम आर्मी का प्रदर्शन,
- बसपा ने किया प्रदर्शन गृहमंत्री से मांगा इस्तीफा,
- अखिल भारतीय खटीक समाज ने भी जताया आक्रोश,
- कांग्रेसियों द्वारा निकाला गया आंबेडकर सम्मान पैदल मार्च,
- एआईएमआईएम ने सौंपा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन,
बाबा साहेब पर टिप्पणी के विरोध में भीम आर्मी का प्रदर्शन,
शारदा रिपोर्टर मेरठ। बाबा साहेब पर टिप्पणी करने के विरोध में मंगलवार को भीम आर्मी के दर्जनों सदस्य कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन डीएम कार्यालय पर सौंपा।
उन्होंने बताया कि, देश के गृहमंत्री के द्वारा जो टिप्पणी भारतीय संविधान निमार्ता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की गई है उसको देश किसी भी सूची में बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है क्योंकि डॉ भीमराव अंबेडकर देश के संविधान निमार्ता है और देश के वंचित और शोषित और पीड़ित उपेक्षित मजलूमों के मसीहा अर्थात असली भगवान बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर ही हैं। इसलिए देश उनका अपमान की भी सूरत में देश बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है।
ज्ञापन में कहा कि भाजपा शासन में आजादी के बाद यह अपमान देश कभी नहीं भूल पाएगा। क्योंकि जिस प्रकार से टिप्पणी की गई है, वह बहुत ही निंदनीय है। क्योंकि बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर किसी भगवान से कम नहीं हैं।
राष्ट्रपति से मांग की गई कि इस प्रकरण में गंभीरता से कार्रवाई नहीं की गई तो यह आंदोलन अंतरराष्ट्रीय आंदोलन भी बन सकता है। इसलिए गृह मंत्री को या तो माफी मांगनी चाहिए या अपने शब्द वापस लेने चाहिए।
बसपा ने किया प्रदर्शन गृहमंत्री से मांगा इस्तीफा
शारदा रिपोर्टर मेरठ। बहुजन समाज पार्टी द्वारा आज पार्टी सुप्रीमो मायावती के आह्वान पर कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन भेजा गया। जिसमें गृह मंत्री अमित शाह के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गई।
जिलाध्यक्ष मोहित जाटव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय पर एकत्र हुए और वहां से जुलूस निकालते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां पर सभी ने बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह द्वारा की गई टिप्पणी का तीखा विरोध जताया।
वक्ताओं ने कहा कि गृहमंत्री ने न केवल दलित समाज बल्कि देश का अपमान किया है। क्योंकि जिस प्रकार से टिप्पणी की गई है, वह बहुत ही निंदनीय है। बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर किसी भगवान से कम नहीं हैं। इसलिए उन्हें उनके पद से हटा देना चाहिए। ज्ञापन में राष्ट्रपति से अमित शाह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।
इस दौरान मेरठ मंडल प्रभारी रवि जाटव, मनोज जाटव, मेरठ मंडल प्रभारी मोहित आनंद, कमल सिंह, राज जगरूप, सुनील प्रधान, शाहजहां सैफी आदि बड़ी संख्या संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
अखिल भारतीय खटीक समाज ने भी जताया आक्रोश
शारदा रिपोर्टर मेरठ। देश के गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब पर की गई टिप्पणी का विरोध रूकने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को अखिल भारतीय खटीक पंचायत समिति के दर्जनों सदस्य कलक्ट्रेट पहुंचे।
इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन राष्ट्रपति को संबोधित डीएम कार्यालय पर सौंपा। ज्ञापन सौंप रहे सदस्यों ने बताया कि, भारत की सबसे बड़ी पंचायत में देश के गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब डॉ. बीआर अम्बडेकर के सम्बन्ध में जो टिप्पणी की गई है, उससे पूरे दलित समाज एवं पिछड़े समाज व महिलाओं का अपमान किया गया हैं, हम समस्त खटीक व दलित समाज बाबा साहेब पर की गई टिप्पणी के विरूद्ध आपसे मांग करते हैं कि गृह मंत्री जी से इस सम्बन्ध में माफी मंगवाये और मानवता के नाते अपने पद से त्यागपत्र भी दें और बाबा साहेब जी की जो प्रतिमा पार्लियामैन्ट भवन से हटवाई गई है उसे पुन: उसी स्थान पर स्थापित की जाये।
हम सभी बाबा साहेब डॉ. बी.आर अम्बेडकर जी को अपना आदर्श, मसीहा मानते हैं। उनके विरूद्ध किसी भी प्रकार की कोई टिप्पणी अस्वीकार है।
कांग्रेसियों द्वारा निकाला गया आंबेडकर सम्मान पैदल मार्च
शारदा रिपोर्टर मेरठ। गृहमंत्री अमित शाह द्वारा डा. भीमराव आंबेडकर को लेकर की गई टिप्पणी पर कांग्रेस का बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को फिर से कांग्रेसियों ने आंदोलन के तहत बाबा साहब आंबेडकर सम्मान मार्च का आयोजन किया। पार्टी कार्यालय से शुरू हुआ यह मार्च कचहरी चौराहा स्थित डा. भीमराव आंबेडर प्रतिमा पर संपन्न हुआ।
इस दौरान जिलाध्यक्ष अवनीश काजला ने कहा कि भाजपा डा. आंबेडकर द्वारा लिखित संविधान को बदलना चहती है। उनके मन में संविधान निर्माता को लेकर कोई सम्मान नहीं है। कांग्रेस उनके सम्मान की रक्षा के लिए कृत संकल्प है। जिलाध्यक्ष अवनीश काजला औरमहानगर अध्यक्ष जाहिद अंसारी के नेतृत्व में आयोजित इस मार्च में डॉ बबिता गुर्जर, डॉ अशोक आर्य, बबली देवी, राज केसरी, विनोद सोनकर, सत्यप्रकाश शर्मा, ओमकार शर्मा, यामीन खरदौनी ,मुस्तकीम चौहान, पवन थापा , राहत चौहान ,नईम राणा, इरशाद अंसारी, महेंद्र गुर्जर, यूसुफ अंसारी, सुमित विकल , अजय चौधरी, अजीम , शहरयाब मुखिया, वाशु काजला, शाहरुख पावली,मुस्तजाब चौधरी, आरफीन , हर्ष चौधरी , मोहित चौधरी आदि साथ रहे।
एआईएमआईएम ने सौंपा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन
शारदा रिपोर्टर मेरठ। ग्रह मंत्री अमित शाह द्वारा दी गई टिप्पणी के विरोध में एआईएमआईएम के दर्जनों कार्यकर्ता मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे।
इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन डीएम कार्यालय पर सौंपा और बताया कि, शीतकालीन सत्र-2024 संसद के राज्यसभा में अपने अभिभाषण के दौरान अमित शाह, गृहमंत्री भारत सरकार द्वारा एक वक्तव्य में डा. आंबेडकर को लेकर गई टिप्पणी, जिसे देश ही नहीं विश्व ने भी देखा और सुना। गृहमंत्री साहब का यह वक्तव्य संसद की संवैधानिक मयार्दाओं, दायित्वों और अनुशासन के पूर्णता विपरीत है। संसद के राज्यसभा में यह वक्तव्य बाबा साहेब का अपमान ही नहीं, बल्कि बाबा साहब डा. आंबेडकर के व्यक्तित्व, उनके संघर्षों और देश के प्रति असीम प्रगाढ़ प्रेम को भी अपमानित और तिरस्कृत करता है।
यह वक्तव्य संसद की अस्मिता, अस्तित्व और गौरव को भी धूमिल करता है। साथ ही इस देश के करोड़ों नागरिकों की भावनाओं को आहत कर ठेस पहुंचता है। इस ज्ञापन के माध्यम से देश के करोड़ों नागरिकों की भावनाओं के दृष्टिगत आॅल इण्डिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन यह मांग करती है कि अमित शाह अपने वक्तव्य पर या तो माफी मांगे या फिर पद से इस्तीफा दें।