नाग पंचमी पर शिवालय में दीपदान करें
शिवलिंग पर धतूरे का फल जरूर अर्पित करें।
भगवान शिव पार्वती को चावल या मखाने की खीर का भोग लगाएं उसके बाद निर्धन व्यक्तियों में वितरित करें खुद प्रसाद ग्रहण करें।
यथासंभव ओम नमः शिवाय का जाप करें। दूब घास शिवलिंग पर चढ़ाई। सावन सोमवार और नाग पंचमी का अद्भुत संयोग।
मेरठ। इस बार सावन के महीने में 21 अगस्त को सावन का सातवां सोमवार व्रत है लेकिन इस बार इस दिन नाग पंचमी का पड़ना इस दिन को बहुत ही विशेष बना रहा है। यह व्रत विशेष संयोग लेकर आ रहा है।
इस दिन किए जाने वाला व्रत पूजन तथा मंत्र जाप आपकी काफी समस्याओं का समाधान कर सकता है। विशेष कर कालसर्प योग पित्र दोष तथा राहु की नकारात्मक प्रभाव को दूर करने के लिए भगवान शिव का विधिवत पूजन करें अभिषेक करें।
इस विशेष स्थिति के साथ इस दिन ग्रह स्थिति भी बहुत सुखद संकेत दे रही है जहां ग्रहों के राजा सूर्य बुध के साथ बुधादित्य योग बनाकर स्थित रहेंगे। वही चंद्रदेव भी अपने मित्र मंगल के साथ स्थित होकर महालक्ष्मी योग का निर्माण कर रहे हैं। कालसर्प दोष पितृदोष राहु की नकारात्मक प्रभाव तथा सुख शांति के लिए निम्न प्रकार भगवान शिव का पूजन करें।
किसी भी धातु के बने हुए नाग नागिन भगवान शिव की पिंडी पर अर्पण करें।
कच्चे दूध गंगाजल तथा सादे जल से भगवान शिव का अभिषेक करें।
बेलपत्र पर चंदन से राम-राम लिखकर भगवान शिव की पिंडी पर अर्पित करें।
क्या ना करें
इस दिन किसी भी कारण से जमीन की खुदाई ना करें।
पत्तेदार हरी सब्जियों का सेवन भी इस दिन निषेध है।
तामसिक पदार्थों का सेवन ना करें।