– आरटीआई से जवाब मांगने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की बड़ी कार्रवाई
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल हुआ है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सैकड़ों कर्मचारियों के पटल बदल दिए हैं। यह कार्रवाई छात्र नेता विनीत चपराना द्वारा दायर की गई आरटीआई के बाद की गई है। आरटीआई से पता चला कि कई कर्मचारी लंबे समय से एक ही पद पर कार्यरत थे। इस मामले में चपराना ने राजभवन में शिकायत दर्ज कराई थी।
राजभवन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विश्वविद्यालय को नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद कल देर रात बड़ी संख्या में कर्मचारियों के पटल में बदलाव किया गया। छात्र नेता विनीत चपराना का कहना है कि विश्वविद्यालय में छात्रों से अवैध वसूली की जा रही थी। उनका मानना है कि इस पटल परिवर्तन से छात्रों को राहत मिलेगी और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी लड़ाई भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ है।
विनीत चपराना ने कहा कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में कर्मचारियों का माफियाराज चल रहा था। लगातार एक दशक से भी ज्यादा समय से बड़ी संख्या में कर्मचारी एक ही पटल पर तैनात रहकर अब अपनी मनमानी करने के साथ ही अवैध उगाही में लगे हुए थे। इसकी कई बार शिकायत के बाद भी कुलपति स्तर से कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी। जबकि इस माफियाराज से छात्र परेशान थे।
जिसके चलते उन्होंने पहले आरटीआई में सभी कर्मचारियों के उनके पटल पर कार्य करने के कार्यकाल की सूचना प्राप्त की और उसके बाद राजभवन में इसकी शिकायत की। जिसके बाद वहां से हुए आदेश के बाद यह कार्रवाई हुई है।