Saturday, April 19, 2025
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सामान्य नहीं है परिवार में मानसिक बीमारी

  • सीसीएसयू में तीन दिवसीय मनोविज्ञान सेमिनार संपन्न।

शारदा रिपोर्टर मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग और नेशनल एसोसिएशन और साइकोलॉजिकल साइंस इंडिया, एवं मेंटल हेल्थ मिशन इंडिया, मेरठ के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मनोविज्ञान विज्ञान कांग्रेस के तीसरे दिन ऑनलाइन माध्यम से डाक्टर एरिक क्बुका, मस्सिनों यूनिवर्सिटी केन्या, ईस्ट अफ्रीका द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेंटल हेल्थ में सांस्कृतिक विभिन्नताओं पर वर्कशॉप आयोजित की गई।

जिसमें उन्होंने बताया कि मानसिक तंदुरुस्ती एक ऐसी स्थिति जिनमें व्यक्ति जीवन के तनावों से निपट पाता है। उन्होंने कुछ संस्कृतियों जैसे अरब कल्चर , लेटिन अमेरिकन कल्चर, आदि में बीमारियों की पहचान अलग अलग की जाती है पर उनके समाधान के लिए कम्युनिटी स्तर पर प्रयास की जरूरत है।

उसके उपरान्त पांच समानांतर वैज्ञानिक सत्र आयोजित किए गए जिनमे पीयर प्रेशर, इमोशनल इंटेलिजेंस, मेंटल हेल्थ इश्यू आदि विषय पर प्रतिभागियों ने ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप मे प्रोफेसर वाई. विमला चीफ गेस्ट रहीं।

कॉन्फ्रेंस समन्वयक प्रोफेसर संजय कुमार ने बताया कि हम जितनी आसानी से मानसिक बीमारी को समझते वो उतनी सामान्य बात नहीं है बल्कि जब किसी परिवार में कोई व्यक्ति मानसिक बीमारी का शिकार होता है वह अकेले बीमार नहीं होता बल्कि पूरा परिवार तकलीफ में होता है जिससे कि पूरे परिवार की मानसिक, आर्थिक और सकारात्मक स्थिति बिगड़ जाती है और कभी कभी तो ऐसे परिवारों को समाज तक नकार देता है। इसलिए इस पर हम सबको कम करने की जरूरत है। कॉन्फ्रेंस में बेस्ट पेपर अवॉर्ड कांसेप्ट बेस्टड वीडियो गेम्स फॉर वेल्यू एजुकेशन ड्रिवन बाय पंचतंत्र स्टोरीज विषय को संयुक्त रूप से नेत्राशा सिंह शेखावत और मोनूशीला को दिया गया।

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