- राज्य महिला आयोग की सदस्य डा. मीनाक्षी भराला ने सर्किट हाउस में सुनी शिकायतें।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। सर्किट हाउस में उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. मीनाक्षी भराला ने बुधवार को महिलाओं से संबंधित मामलों में जनसमस्याएं सुनीं। इस दौरान पुलिस से संबंधित 20 प्रकरण आए। डॉ. भराला ने संबंधित अधिकारी को प्रार्थना पत्र पर तत्काल निस्तारण के लिए निर्देश दिए हैं और महिला उत्पीडन को रोकने के आदेश दिए।
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. मीनाक्षी भराला ने बुधवार को सर्किट हाउस में महिलाओं की समस्याओं पर जनसुनवाई की। इस दौरान पुलिस से संबंधित कई मामलों पर सुनवाई की गई। इस दौरान डॉ. मीनाक्षी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि, महिलाओं की समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता से किया जाए।उन्होंने महिलाओं से कहा कि, वे खुलकर अपनी समस्याओं को अधिकारियों के सामने रखें। ताकि समय पर उन्हें न्याय मिल सके।
इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि, महिलाओं की समस्यायों और महिला उत्पीड़न मामलों में तुरंत संज्ञान लेकर त्वरित कार्रवाई करें। जनसुनवाई में अनुपस्थित अधिकारियों की सूची बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजने के निर्देश भी दिए गए। इस मौके पर सीडीओ नूपुर गोयल, सीएमओ डॉ. अशोक कटारिया, कार्यक्रम अधिकारी संजय कुमार गुप्ता, महिला थाना प्रभारी, सीओ दौराला, अधीक्षिका रीमा राठी, वन स्टॉप सेंटर से विनीता, और प्रोबेशन कार्यालय से डॉ. श्रीति सगर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
रद्द होनी चाहिए चंद्रशेखर की लोकसभा सदस्यता
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य मीनाक्षी भराला ने कहा कि आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद की सदस्यता रद्द होनी चाहिए। उन्हें सांसद के पद से हटा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग के द्वारा राज्य महिला आयोग से पूछताछ के बाद हमें चंद्रशेखर आजाद के बारे में जानकारी के लिये कहा और हमारी जानकारी में पता चला कि चंद्रशेखर का व्यक्तित्व मनचला है। एक महिला द्वारा राष्ट्रीय महिला आयोग में आजाद समाज पार्टी के नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत की गई है। इस मामले में एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है।