शारदा रिपोर्टर मेरठ। दिल्ली रोड पर गड्ढे मुसीबत बन गए हैं। ट्रांसपोर्ट नगर चौराहे से मेट्रो प्लाजा तक सड़क बदहाल है। ईरा मॉल के पास पंजाबीपुरा के सामने तो सड़क इस कदर ऊबड़-खाबड़ है कि रोजाना लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं। व्यापारी, उद्यमी और क्षेत्रीय निवासी अफसरों से लेकर जन प्रतिनिधियों से भी गुहार लगाकर थक गए हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। वहीं अतुल माहेश्वरी उपरिगामी सेतु (मेवला फ्लाई ओवर) पर एक ओर की सड़क बन गई जबकि दिल्ली की ओर से नवीन मंडी की तरफ चलने वाले मार्ग पर निर्माण चल रहा है।
एनसीआरटीसी वैसे तो विश्वस्तरीय सुविधाओं का दावा करते हुए रैपिड कॉरिडोर का काम कर रही है, लेकिन फ्लाई ओवर पर सड़क निर्माण में हांफ गई है। 12 फरवरी से नवीन मंडी से परतापुर की ओर जाने वाले मार्ग को उखाड़कर कई दिन में सड़क बनाई गई। यह सड़क भी शुरूआत में अधूरी है। वहीं करीब सप्ताहभर पहले दिल्ली रोड पर परतापुर से नवीन मंडी को जाने वाले मार्ग को उखाड़ दिया गया। बेहद सुस्त गति से निर्माण हो रहा है। दो मार्च तक सड़क बनाकर तैयार करनी थी, लेकिन बुधवार तक पूरी सड़क नहीं बनी।
एनसीआरटीसी अफसरों के मुताबिक अभी दो दिन और लगेंगे। दिल्ली रोड का रख-रखाव पहले लोक निर्माण विभाग के पास था। रैपिड कॉरिडोर के निर्माण के साथ ही सड़क का जिम्मा एनसीआरटीसी को दे दिया गया। एनसीआरटीसी ने रैपिड और मेट्रो का ट्रायल रन तो शुरू कर दिया, लेकिन बदहाल दिल्ली रोड की सुध नहीं ली गई। अमर उजाला की ओर से लगातार अभियान चलाया गया। इसके बाद विभाग जागा और गड्डों में तब्दील हो चुके अतुल माहेश्वरी ऊपरीगामी सेतु की सड़क का पुनर्निर्माण चालू किया गया।
रात दस से सुबह छह बजे तक रूट डायवर्ट कर काम करने की अनुमति ली, लेकिन दो मार्च का समय बीतने के बाद भी सड़क निर्माण पूरा नहीं हो पाया। दिल्ली रोड की हालत भी बदतर है। रिठानी, संजय वन के पास, ट्रांसपोर्ट नगर चौराहे से मेट्रो प्लाजा तक लोगों को परेशानी भरा सफर करना पड़ रहा है।