शारदा रिपोर्टर मेरठ। मेडिकल कॉलेज मेरठ के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग की विभागाध्यक्ष डाक्टर विनीता कुशवाहा द्वारा पुलिस लाईन मेरठ में निरीक्षक/उप निरीक्षक स्तर के अधिकारी/कर्मचारियों को मेडीकोलीगल सम्बन्धी प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण कार्यशाला में अवनीश कुमार पुलिस अधीक्षक(अपराध) जनपद मेरठ व नवीना शुक्ला क्षेत्राधिकारी अपराध जनपद मेरठ मौजूद रहे। मेडिकल कॉलेज मेरठ से मेडिकोलीगल एक्सपर्ट डाक्टर विनिता कुशवाहा ने मेरठ जनपद के विभिन्न थानो से आये लगभग 117 अधिकारियों ने मेडिकोलीगल सम्बन्धी एंव डाक्टर राजेन्द्र सिंह उप निदेशक विधि विज्ञान प्रयोगशाला गाजियाबाद द्वारा घटनास्थल से प्राप्त साक्ष्य की लैबलिंग/पैकेजिंग/फोर्वर्डिग से सम्बन्धित प्रशिक्षण प्रदान किया गया। कार्यशाला में दी गई जानकारी को जनपद मेरठ के सभी थानो को आनलाईन प्रसारित कर प्रशिक्षण दिया गया।
उक्त प्रशिक्षण कार्यशाला में निम्न बिन्दुओं पर प्रशिक्षण/जानकारी दी गयी है। मेडिको-लीगल की भूमिका और महत्व, मेडिको-लीगल केस क्या होते हैं, डॉक्टर और पुलिस के बीच समन्वय क्यों जरूरी है, विवेचना में मेडिकल रिपोर्ट्स का महत्व। क्राइम सीन हैंडलिंग और साक्ष्य संग्रह, सीन को सुरक्षित करना: (ब्लड, सिमेन, थूक, बाल, हड्डी) कलेक्शन,पंचनामा में मेडिकल एंगल कैसे जोड़े, साक्ष्य को फॉरेंसिक लैब तक भेजने की सही प्रक्रिया ।
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