भारतीय क्रिकेट टीम के उभरते हुए सितारे और स्टार ओपनर बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने टीम इंडिया के लिये स्थाई ओपनर की समस्या हल कर दी है। वहीं इंग्लैंड के विस्फोट कोच ब्रैंडन मैकमुलन के बैजबाल का तोड़ टीम इंडिया ने यशस्वी जायसवाल के रुप में खोज लिया है। जिस तरह से शतक से पहले 28 गेंदों में 53 रन बनाकर शतक पूरा किया उसने इंग्लिश कोच को जरुर चिंतित कर दिया होगा।
वहीं यशस्वी के रुप में रोहित शर्मा को अपना भरोसेमंद पार्टनर मिल गया है। इस खिलाड़ी की बल्लेबाजी तकनीक गजब की मानी जा रही है और लैफ्ट हैंडर ओपनर हमेशा टीम की मजबूत कड़ी माने जाते हैं। यशस्वी ने इस कमी को पूरा कर दिया है। इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट टेस्ट की दूसरी पारी में शानदार शतक जड़ा। इस मैच की दूसरी पारी में जायसवाल ने 122 गेंदों पर शतक जड़ा और यह उनके टेस्ट करियर की तीसरी सेंचुरी थी। उन्होंने 133 गेंद पर 104 रन बना लिए थे फिर अचानक उनके बैक में समस्या हो गई। इसके बाद वह रिटायर्ड हर्ट होकर पवेलियन लौट गए। उनके इस तरह जाने से टीम इंडिया के मोमेंटम पर असर पड़ सकता है। उन्होंने विशाखापट्टनम टेस्ट में शानदार डबल सेंचुरी भी लगाई थी।
यशस्वी जायसवाल ने पहली पारी में जरूर निराश किया था लेकिन जिस तरह वह दूसरी पारी में खेले उनकी बल्लेबाजी कि विपक्षी टीम ने भी तारीफ की। जब वह रिटायर्ड होकर लौटे तो इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने हाथ मिलाकर शुभकामनाएं दीं। इसके अलावा पूरे स्टेडियम ने खड़े होकर उनका अभिनंदन किया। इस दौरान इंग्लैंड के टेस्ट कोच ब्रेंडन मैकुल्लम भी खड़े हुए और उन्होंने ताली बजाकर उन्हें विश किया। अभी तक की इस पारी में यशस्वी जायसवाल ने जिस तरह वर्ल्ड फेमस गेंदबाज जिमी एंडरसन के ओवर में बीस रन बनाये उसने साबित कर दिया कि वीरेन्द्र सहवाग की तर्ज पर खेलने से टीम को काफी लाभ मिलता है। जीवन के कठिन संघर्ष से जूझकर टीम इंडिया का हिस्सा बनने वाले यशस्वी को फास्ट बालॅर और स्पिनरों के सामने कोई समस्या नहीं होती है। यशस्वी को लेकर टीम इंडिया काफी भरोसा भी जता रही है। इस अदभुत खिलाड़ी की फील्डिंग भी गजब की है और पहले टेस्ट मैच में एक पारी में शानदार तीन कैच भी लिये थे।
हालांकि यशस्वी जायसवाल शतक लगाने के बाद ज्यादा देर मैदान पर नहीं रह पाए और उन्हें रिटायर्ड हर्ट होना पड़ा। यशस्वी जायसवाल को बैटिंग के दौरान पीठ में तकलीफ हो रही थी, साथ ही उनके बाएं पैर में क्रैम्प भी आ गया था। यशस्वी ने रिटायर्ड हर्ट होने से 133 गेंदों पर 104 रन बनाए, जिसमें 9 चौके और पांच छक्के शामिल रहे। एमसीसी के 25.4.2 नियम के अनुसार यदि कोई बल्लेबाज बीमारी, चोट या किसी अनिश्चितकारण की वजह से रिटायर होकर मैदान से बाहर जाता है तो वह बाद में बैटिंग करने के लिए अंदर आ सकता है। यदि बल्लेबाज बैटिंग के लिए दोबारा नहीं आ पाता है, तो उसे ‘रिटायर्ड नॉट आउट’ माना जाएगा।
यशस्वी जयसवाल उस गति से बल्लेबाजी कर रहे हैं जिससे ब्रेंडन मैकुलम को गर्व होगा। वह केवल 28 गेंदों में 73 गेंदों पर 35 रन से 101 गेंदों पर 88 रनों तक पहुंच गए हैं। इस पारी में उन्होंने इंग्लैंड की स्टाइल के रिवर्स स्वीप लगाकर कप्तान बेन स्टोक्स के चेहरे पर चिंता बढ़ा दी थी। यशस्वी को सिक्सर लगाना पसंद है और सातवें टेस्ट में हैं लेकिन पहले ही 18 छक्के लगा चुके हैं।