– सपा लगातार खेल रही गुर्जर कार्ड, वर्तमान जिलाध्यक्ष से पार्टी के लोग थे नाराज
शारदा रिपोर्टर मेरठ। समाजवादी पार्टी में लगातार चल रही गुटबाजी को देख राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर मेरठ का जिलाध्यक्ष बदल दिया गया है। विपिन चौधरी की जगह पुराने नेता कर्मवीर सिंह गुमी को नया जिलाध्यक्ष बनाया गया है।
कर्मवीर सिंह गुमी फोटो –
कर्मवीर सिंह गुमी फोटो –
विपिन चौधरी फोटो
विपिन चौधरी फोटो
समाजवादी पार्टी में पिछले करीब दो सालों से लगातार गुटबाजी बढ़ी है। इसी गुटबाजी के कारण पार्टी के वरिष्ठ नेता और जनप्रतिनिधि भी पार्टी कार्यालय पर आयोजित होने वाली संगठनात्मक बैठक से बचते नजर आ रहे थे। यह गुटबाजी कई बार सार्वजनिकतौर पर भी सामने आई थी। जिसकी शिकायत लगातार प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व से होती रही है।
ऐसे में अब 2027 के विधानसभा चुनाव के साथ ही आगामी पंचायत और शिक्षक-स्नातक एमएलसी चुनाव को देखते हुए समाजवादी पार्टी ने संगठन में बदलाव किया है। अहम बात ये है कि सपा ने इस बार गुर्जर बिरादरी से जिलाध्यक्ष बनाया है। माना जाता है कि कर्मवीर सिंह गुर्जर का अपनी बिरादरी में खासा असर है और वह अभी तक र्निविवाद राजनीति भी करते आए हैं।
मेरठ दक्षिण से मांगा था टिकट
कर्मवीर सिंह गुर्जर मेरठ दक्षिण क्षेत्र के रहने वाले हैं। विधानसभा चुनाव 2022 में उन्होंने मेरठ दक्षिण सीट से टिकट मांगा था। लेकिन ऐन वक्त पर आजम खां की दखल के चलते उनका टिकट काटकर एक बार फिर से आदिल चौधरी को चुनाव मैदान में उतार दिया गया। हालांकि आदिल चौधरी के चुनाव मैदान में आने से भाजपा को सीधा लाभ मिला और मेरठ दक्षिण की सीट से उनके गुर्जर बिरादरी के प्रत्याशी सोमेंद्र तोमर विजयी हुए। राजनीतिक पंडितों की मानें तो यदि कर्मवीर गुर्जर को उस समय टिकट दे दिया होता, तो भाजपा की सीट खतरे में पड़ सकती थी। क्योंकि मेरठ दक्षिण सीट पर गुर्जरों के प्रभावी वोट हैं।