बड़ौत। दिल्ली-सहारनपुर नेशनल हाईवे किनारे स्थित करण बिहार कॉलोनी में बैंक कर्मी बनकर पहुंचे तीन बदमाशों ने शिक्षिका कुसुम सिरोही को बंधक बनाकर लूटपाट की। जो घर से दस हजार रुपये और करीब तीन लाख रुपये के सोने-चांदी के जेवर लूटकर ले गए। घटना का पता चलने पर पहुंची पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली।
सीओ कार्यालय के पास करण विहार कॉलोनी में रहने वाली कुसुम सिरोही ने बताया कि वह एक निजी स्कूल में शिक्षिका है और उसका बेटा राहुल मर्चेंट नेवी में नौकरी करता है। जबकि उसके पति का निधन हो चुका है और वह घर में अकेली रहती है। कुसुम ने बताया कि सोमवार की दोपहर वह स्कूल से आने के बाद घर में काम कर रही थी। तभी दरवाजे पर दो युवक आए, जिन्होंने खुद को बैंक कर्मी बताया और घर के अंदर घुस गए।
युवकों ने उसके बेटे राहुल के कुछ बैंक दस्तावेजों का सत्यापन करने के लिए कहा। उसने राहुल के आने पर ही सत्यापन करने के लिए कहा तो दोनों युवकों ने पानी मांगा। वह पानी लेने गई तो बाहर खड़ा तीसरा युवक भी अंदर आ गया। जिन्होंने उसके हाथ-पैर और मुंह को बांधकर घर के एक कोने में बैठा दिया। इसके बाद तीनों बदमाशों ने घर में लूटपाट शुरू कर दी। उन्होंने अलमारी में रखे दस हजार रुपये, सोने-चांदी के जेवर और शिक्षिका का मोबाइल फोन लूट लिए।
घटना को अंजाम देने बाद तीनों बदमाश वहां से भाग गए। किसी तरह बंधनमुक्त होकर कुसुम ने पड़ोसियों और पुलिस को घटना की जानकारी दी। लूट का पता चलते ही सीओ विजय चौधरी कोतवाली पुलिस की टीम लेकर पीड़िता के घर पहुंचे। जिन्होंने जानकारी हासिल कर जांच शुरू कर दी। इसके बाद मलकपुर मार्ग पर शिक्षिका का लूटा हुआ मोबाइल पड़ा हुआ मिला।