– मुठभेड़ में गोली लगने से इंस्पेक्टर घायल।
सहारनपुर। रात करीब 10 बजे शामली का रहने वाला इमरान बाइक छीनकर भाग रहा था, तभी पुलिस ने उसका पीछा किया। उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिसमें इंस्पेक्टर और दरोगा घायल हो गए। जवाबी फायरिंग में उसके सीने में गोली लग गई। पुलिस बदमाश को जिला अस्पताल लेकर आई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मुठभेड़ थाना गागलहेड़ी क्षेत्र में हुई। इमरान वेस्ट यूपी के जिलों सहारनपुर, मेरठ, शामली और मुजफ्फरनगर में लूट और डकैती जैसी घटनाओं में शामिल था।
दो दिन पहले इमरान का साथी मेहताब मुजफ्फरनगर में मारा गया था। वह भी 1 लाख का इनामी था। एनकाउंटर के वक्त इमरान भी उसके साथ था, लेकिन वह अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया था।
एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि एनकाउंटर में गागलहेड़ी के इंस्पेक्टर परवेश शर्मा के बाएं हाथ में गोली लगी। थानाध्यक्ष सरसावा विनोद कुमार को बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली लगी, जिससे उनकी जान बाल-बाल बची। इंस्पेक्टर और दरोगा का इलाज कराया जा रहा है। दोनों की हालत खतरे से बाहर है। पुलिस को इमरान के पास से 32 बोर की 2 पिस्टल, 18 खोखे और 10 कारतूस मिले। गागलहेड़ी क्षेत्र से लूटी गई बाइक भी बरामद की गई।
15 सितंबर यानी 21 दिन पहले को इमरान और मेहताब ने अपने साथियों के साथ बुढाना कोतवाली क्षेत्र में एक सरार्फा कारोबारी और उनके पोते से 10 लाख के जेवर लूट लिए थे। नकाबपोश बदमाशों ने मंदवाड़ा रोड पर दुकान बंद कर घर लौट रहे सरार्फा कारोबारी नेमचंद (60) और उनके पोते अंकित (25) को तमंचे के बल पर रोका था।
बदमाशों ने दोनों को पास के खेत में ले जाकर हाथ-पैर बांध दिए। उनके पास से 7 तोले सोना, 2.5 किलोग्राम चांदी और 4 हजार रुपए लूट लिए थे। विरोध करने पर बदमाशों ने अंकित पर चाकू से हमला कर दिया था। पुलिस ने घायल अंकित को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया था। बदमाशों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही थी।
14 दिन पहले यानी 21 सितंबर को पुलिस ने लूट में शामिल 20 हजार के इनामी बदमाश शादाब को गिरफ्तार किया था। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि शादाब पॉपुलर बाग में है। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी की। वह गन्ने के खेत में छिपने की कोशिश करने लगा।
पुलिस ने चारों तरफ से बदमाश को घेर लिया। आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में शादाब के दाहिने पैर में गोली लगी। पूछताछ में आरोपी शादाब ने अपना जुर्म कबूल कर लिया था। साथ ही मेहताब और इमरान के नाम भी बताए थे।
मुजफ्फरनगर पुलिस शुक्रवार रात 1 लाख के इनामी मेहताब के आने की सूचना मिली थी। इसके बाद बदमाश की घेराबंदी की गई। बदमाश को सरेंडर करने के लिए कहा गया, लेकिन उसने पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। आखिरकार पुलिस को भी जवाबी फायरिंग करनी पड़ी।
इसमें बदमाश को गोली लगी। उसे अस्पताल ले जाया गया, डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ररढ संजय वर्मा के अनुसार करीब 20 राउंड फायरिंग हुई थी। मेहताब का साथी इमरान का फायदा उठाकर फरार हो गया था।