शारदा रिपोर्टर मेरठ। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में शुक्रवार को आधा दिन के मेरठ बंद और शांति मार्च की सफलता से संयुक्त व्यापार संगठन को संजीवनी मिलती नजर आई। जो संगठन पिछले एक दशक से आपसी खींचतान और राजनीति के कारण दिशाहीन और कमजोर हो चला था, वह कल मजबूत नजर आया। इससे व्यापारी फिर से नये सिरे से विचार करने लगे हैं।
संयुक्त व्यापार संगठन इस समय दो गुटों में बंटा हुआ है। एक के अध्यक्ष नवीन गुप्ता हैं तो दूसरे के अध्यक्ष अजय गुप्ता नटराज हैं। अजय गुप्ता नटराज वाले संगठन ने बांग्लादेश में हिंदूओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में बंद का आह्वान किया था। जिसका समर्थन दूसरे व्यापारी संगठनों ने किया तो नवीन गुप्ता संगठन भी समर्थन में आ गया। अजय गुप्ता नटराज गुट ने सधी ही रणनीति के तहत न केवल व्यापारी संगठनों बल्कि धार्मिक और सामाजिक संगठनों के साथ शहर के स्कूल कॉलेज और आईएमए को भी अपने साथ इस आंदोलन में जोड़ लिया।
इन सबके जुड़ने का परिणाम ये हुआ कि बुढ़ाना गेट पर पर इतनी भीड़ उमड़ी कि सभी का इंतजार किए बगैर नेतृत्वकर्ताओं ने शांति मार्च शुरू कर दिया। भीड़ के बावजूद शांति मार्च पूरी तरह न केवल अनुशासित रहा, बल्कि उसके नारे भी बहुत ही संयमित थे।
एक होने की चल रही चर्चा
अजय गुप्ता नटराज की इस पहल और आंदोलन की सफलता के बाद संयुक्त व्यापार संगठन के मतदाता बने व्यापार संगठन एकजुट होने की बात करने लगे हैं। व्यापारियों में चर्चा है कि संगठन यदि एकजुट होगा, तो फिर से संयुक्त व्यापार संघ अपना गौरवशाली इतिहास दोबारा पा सकता है।