– बंद फैक्ट्री में ले जाकर पहले गला दबाया फिर पेट्रोल डालकर जला दिया,
फतेहपुर। पति ने दोस्त के साथ मिलकर पत्नी को मार डाला और फिर बंद चमड़े की फैक्ट्री में पत्नी के शव को पेट्रोल डालकर जला दिया। सोमवार सुबह 5 बजे पुलिस को आरोपियों के भागने की सूचना मिली। पुलिस ने दोनों आरोपियों का पीछा किया।
खानपुर में पुलिस ने दोनों आरोपियों को बाइक से आते देखा और उन्हें घेरकर सरेंडर करने को कहा। दोनों भागने की कोशिश करने लगे और फिसलकर गिर गए। पुलिस से घिरते देख आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने दोनों के पैर में गोली मारी और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने आरोपी पति और उसके दोस्त को अस्पताल में भर्ती कराया। पूछताछ में दोनों ने हत्या कबूल करते हुए पूरी कहानी पुलिस को बताई। पुलिस ने मामले की जानकारी महिला के परिजनों को भी दे दी। मामला औंग थाना क्षेत्र के रानीपुर गांव का है।
रानीपुर में एक चमड़े की फैक्ट्री है, जो कई सालों से बंद है। 15 सितंबर को कुछ चरवाहे वहां अपने पशुओं के साथ आए। चरवाहों ने फैक्ट्री से धुआं निकलते देखा और पास जाकर देखा तो वहां महिला का शव जलता हुआ था। इसके बाद उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी।
सूचना पर पुलिस फैक्ट्री पहुंची, जहां सुलगता शव देखा। पुलिस ने आग बुझाकर शव को मॉच्युर्री भेज दिया और शिनाख्त कराने में जुट गई। महिला का चेहरा बुरी तरह जल गया था, जिससे तीन दिनों तक उसकी पहचान नहीं हो पाई। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
इसी दिन कानपुर के महाराजगंज थाने में एक महिला की गुमशुदगी दर्ज हुई। पुलिस ने महिला की तस्वीर सकुर्लेट की। फतेहपुर के औंग थाने में यह तस्वीर आई। महिला के परिजन उसे ढूंढने के लिए पैम्फलेट छपवाकर कई जगह लगाए।
पुलिस ने पैम्फलेट में छपी महिला की फोटो और सकुर्लेट हुई फोटो का मिलान किया। दोनों फोटो मेल खा गईं। इसके बाद पुलिस ने महिला के परिजनों को फोन करके थाने बुलाया और महिला के शव मिलने की जानकारी दी।
परिजन महिला की पहचान शव के पास से मिले सामान से करते हैं। इसके बाद पुलिस ने परिजनों से महिला के बारे में जानकारी ली। पूछताछ में पता चला कि महिला शादीशुदा थी और अपने पति के साथ रहती थी।
दोनों ने तीन साल पहले की थी लव मैरिज
परिजनों के मुताबिक महिला का नाम रेशमा पासवान (25) था। वह कानपुर के गंगागंज की रहने वाली थी। बचपन में उसकी मां रूपरानी की बीमारी से मृत्यु हो गई थी। इसके बाद उसके पिता, विनोद पासवान, ने उसे उसकी नानी, किसनी के यहां जहानाबाद भेज दिया। रेशमा ने अपनी नानी के यहां रहकर इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई की।
रेशमा की मौसी, मंजू पासवान, ने बताया कि 2021 में उसकी मुलाकात इंस्टाग्राम पर दीपू पासवान नाम के एक लड़के से हुई। दोनों के बीच एक साल तक प्रेम प्रसंग चला और 2022 में परिवार को मनाकर शादी कर ली। दोनों का एक बेटा कार्तिक (2 वर्ष) है। शादी के बाद दोनों में झगड़े होने लगे।
शादी के बाद से ही दोनों में होने लगी थी अनबन
मंजू ने बताया कि दीपू उस पर कई लड़कों से बात करने का आरोप लगाकर उसे मारता पीटता था। रेशमा की मौसेरी बहन मोनी ने बताया कि 15 सितंबर को दोपहर 2 बजे दीपू ने फोन कर बताया कि रेशमा कहीं चली गई है। इसके बाद नानी किशनी ने महाराजपुर थाने में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने उसे लौटा दिया।
जिसके बाद पुलिस को शव मिलने की सूचना मिली। पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। शव की पहचान होने पर रेशमा के परिजनों ने उसके पति, दीपू पासवान, और उसके दोस्त, सनी यादव, पर हत्या का आरोप लगाया।
एसपी ने खुलासे के लिए तीन टीमें गठित की
एसपी अनूप सिंह ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों में 23 लोगों को लगाया। पुलिस, एसओजी और इंटेलिजेंस विंग ने दीपू और सनी की गिरफ्तारी के लिए लगातार चार दिनों तक दबिश दी। सोमवार सुबह 5 बजे पुलिस को दोनों के भागने की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस ने दोनों को खानपुर के पास घेरकर हाफ एनकाउंटर में गिरफ्तार किया। पुलिस ने दोनों से पूछताछ की। पूछताछ में दीपू ने पत्नी रेशमा की हत्या कबूल की।
पति ने कुबूल की पत्नी की हत्या
दीपू पासवान ने बताया कि रेशमा के अन्य लड़कों से संबंध होने के शक में उसने दोस्त सनी यादव के साथ मिलकर उसे मारने की योजना बनाई। 15 सितंबर को उसने बाइक से रेशमा को बंद फैक्ट्री में ले जाकर बताया कि उसकी नौकरी वहीं लग गई है। फैक्ट्री के अंदर आते ही दीपू और सनी ने मिलकर रेशमा को गला दबाकर मार डाला और फिर शव पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।



